‘किस बड़े नेता ने धोखा दिया…’,हम क्यों हारे, इस की जांच होनी चाहिए, खुद बीजेपी सांसद ने UP नतीजों पर उठाए सवाल
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजों पर आश्चर्य व्यक्त किया है और उन्होंने अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाए हैं और आरोप लगाया है कि किसी नेता ने पार्टी नेतृत्व को धोखा दिया है। उन्होंने कहा है कि इसकी जांच होनी चाहिए।
Jun 6, 2024, 16:41 IST
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लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। हालांकि, उसके नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को बहुमत मिला है। विपक्ष इसे नरेंद्र मोदी की हार बता रहा है। इस बीच, भाजपा के एक सांसद ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि किसी नेता ने भितरघात किया है। READ ALSO:-Uttarakhand 'देवताओं की झील' देखने की कोशिश में 9 लोगों की मौत, 15,000 फीट पर 'महातूफान' में फंसे थे ट्रैकर्स, 13 लोगों को सुरक्षित बचाया
भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव कहते हैं, "मैं उत्तर प्रदेश में बने मौजूदा राजनीतिक हालात से खुद को अलग नहीं कर पाया हूं। मुझे दुख है क्योंकि हमारी पार्टी को यूपी में कम से कम 75 सीटें मिलनी चाहिए थीं, हम कहां पीछे रह गए? हमारे पार्टी नेतृत्व को इस बारे में सोचने की जरूरत है... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गांव, कस्बे और शहरों में हर कोई जानता है।
#WATCH | BJP MP Harnath Singh Yadav says, "I have not been able to dissociate myself from the current political situation which has developed in Uttar Pradesh. I feel hurt because our party deserved at least 75 seats in UP, where did we lag? Our party leadership needs to think… pic.twitter.com/jEs8Qd8Mh1
— ANI (@ANI) June 6, 2024
उन्होंने कई अहम फैसले लिए हैं, खासकर उत्तर प्रदेश की जनता के लिए... भले ही हमें कम सीटें मिली हों, लेकिन लोगों का उन पर भरोसा है और एनडीए सरकार बनाएगी... पार्टी नेतृत्व को इस बात पर चर्चा करने की जरूरत है कि हर सीट पर क्या गलत हुआ और हम क्यों हारे... इस बात की जांच होनी चाहिए कि किसने पार्टी नेतृत्व को धोखा दिया और पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ अपनी भूमिका निभाई।"
चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार किंगमेकर हैं
इधर, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे समेत 14 दलों के 21 नेता कल पीएम आवास पर हुई बैठक में शामिल हुए। इस बार चंद्रबाबू नायडू और सीएम नीतीश किंगमेकर बनकर उभरे हैं। नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में बिहार से किसे मंत्री पद मिल सकता है, इसको लेकर काफी चर्चा है। संभव है कि इस बार नए चेहरे देखने को मिलें। खबर है कि जेडीयू की नजर बिहार के लिए रेलवे-कृषि मंत्रालय के साथ ही स्पेशल पैकेज पर है। जेडीयू कैबिनेट में 3 पदों की मांग कर सकती है। चिराग पासवान और जेडीयू के बीच रेल मंत्रालय को लेकर भी खींचतान हो सकती है, क्योंकि चिराग पासवान भी दो मंत्री पद चाहते हैं। चिराग बिहार की राजनीति में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं।
इधर, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे समेत 14 दलों के 21 नेता कल पीएम आवास पर हुई बैठक में शामिल हुए। इस बार चंद्रबाबू नायडू और सीएम नीतीश किंगमेकर बनकर उभरे हैं। नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में बिहार से किसे मंत्री पद मिल सकता है, इसको लेकर काफी चर्चा है। संभव है कि इस बार नए चेहरे देखने को मिलें। खबर है कि जेडीयू की नजर बिहार के लिए रेलवे-कृषि मंत्रालय के साथ ही स्पेशल पैकेज पर है। जेडीयू कैबिनेट में 3 पदों की मांग कर सकती है। चिराग पासवान और जेडीयू के बीच रेल मंत्रालय को लेकर भी खींचतान हो सकती है, क्योंकि चिराग पासवान भी दो मंत्री पद चाहते हैं। चिराग बिहार की राजनीति में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं।
कौन हैं केंद्र के पास बड़े मंत्रालय
वहीं जीतन राम मांझी भी मंत्री पद की मांग कर सकते हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के पास BJP कोटे से बिहार के एक या दो सांसदों को ही मंत्री बनाने का विकल्प रहेगा। केंद्र सरकार के 10 सबसे ताकतवर और बड़े मंत्रालय गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सूचना प्रसारण, शिक्षा, कृषि, सड़क परिवहन और नागरिक उड्डयन हैं। अकेले बहुमत होने के कारण 2019 और 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने सभी बड़े विभाग अपने पास रखे थे। मोदी सरकार को समर्थन दे रही कई अन्य छोटी पार्टियां भी मंत्री पद की आस में हैं।
वहीं जीतन राम मांझी भी मंत्री पद की मांग कर सकते हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के पास BJP कोटे से बिहार के एक या दो सांसदों को ही मंत्री बनाने का विकल्प रहेगा। केंद्र सरकार के 10 सबसे ताकतवर और बड़े मंत्रालय गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सूचना प्रसारण, शिक्षा, कृषि, सड़क परिवहन और नागरिक उड्डयन हैं। अकेले बहुमत होने के कारण 2019 और 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने सभी बड़े विभाग अपने पास रखे थे। मोदी सरकार को समर्थन दे रही कई अन्य छोटी पार्टियां भी मंत्री पद की आस में हैं।