मेरठ सांसद अरुण गोविल ने कहा-नाली खड़ंजा बनवाने नहीं आया,"....मैं नहीं मानता हूं कि मुझे सिर्फ़ इन कामों के लिए ही भेजा गया हो"
मेरठ के सांसद अरुण गोविल 'घर घर रामायण' अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इस अभियान के तहत वह 5 साल में 11 लाख श्री रामचरितमानस बांटेंगे। इस अभियान की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि मेरी सड़क बनवा दो, श्मशान की दीवार बनवा दो, नाले की मरम्मत करवा दो, मैं इन्हीं कामों के लिए आया हूं।
Jan 21, 2025, 16:00 IST

उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट से सांसद अरुण गोविल को सभी लोग भगवान राम के किरदार के तौर पर जानते हैं। यही वजह है कि वह सुर्खियों में बने रहते हैं। इसी बीच उन्होंने एक और घोषणा की है, जिसके बाद वह एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। अरुण गोविल ने कहा कि वह 'घर-घर रामायण' अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस अभियान के तहत वह 5 साल में 11 लाख श्री रामचरितमानस बांटेंगे।Read also:-मेरठ : 22 जनवरी को भाजपा के राम और उनकी पत्नी श्रीलेखा घर-घर पहुंचाएंगे रामायण, 11 लाख परिवारों तक पहुंचने का है लक्ष्य
लोग कहते हैं मेरी सड़क बनवा दो, श्मशान की दीवार बनवा दो, नाली ठीक करवा दो। पानी की व्यवस्था करवा दो। लोगों की मांगें अपनी जगह ठीक हैं। लेकिन, मैं यह नहीं मानता कि मैं सिर्फ इन्हीं चीजों के लिए आया हूं। मेरी शुरुआत श्री रामचरितमानस को घर-घर पहुंचाने से है।
हर भाषा में उपलब्ध होगी रामायण
खास बात यह है कि सांसद अरुण गोविल चाहते हैं कि गैर सनातनी लोग भी इसे पढ़ें, उनके लिए भी श्री रामचरितमानस है। इसीलिए अरुण गोविल ने एक वेबसाइट भी बनाई है और उस वेबसाइट के जरिए कोई भी अपनी जरूरत के हिसाब से श्री रामचरितमानस मंगवा सकता है।
खास बात यह है कि सांसद अरुण गोविल चाहते हैं कि गैर सनातनी लोग भी इसे पढ़ें, उनके लिए भी श्री रामचरितमानस है। इसीलिए अरुण गोविल ने एक वेबसाइट भी बनाई है और उस वेबसाइट के जरिए कोई भी अपनी जरूरत के हिसाब से श्री रामचरितमानस मंगवा सकता है।
सांसद अरुण गोविल ने कहा कि वह ऐसे जरूरतमंद लोगों को हर भाषा में रामायण उपलब्ध कराएंगे। रामायण में श्री राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल का जन्म मेरठ में ही हुआ था। उनके पिता चंद्रप्रकाश गोविल मेरठ नगर पालिका में जलकल अभियंता थे।