मेरठ : 22 जनवरी को भाजपा के राम और उनकी पत्नी श्रीलेखा घर-घर पहुंचाएंगे रामायण, 11 लाख परिवारों तक पहुंचने का है लक्ष्य
मेरठ से भारतीय जनता पार्टी सांसद अरुण गोविल ने सोमवार को कहा, "मैं राजनीति में नहीं आना चाहता था। मुझे यहां भेजा गया। या फिर जिसने भी राम जी के दिमाग में विचार डाला, उसने मुझे यहां भेजा।"
Jan 21, 2025, 13:02 IST
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अभिनेता से सांसद बने अरुण गोविल और उनकी पत्नी श्रीलेखा गोविल ने मेरठ के 11 लाख परिवारों तक रामायण पहुंचाने का संकल्प लिया है। इस विशेष रामायण में प्रधानमंत्री मोदी के पत्र को भी जगह दी गई है। साथ ही, भारतीय जनता पार्टी सांसद अपने संसदीय क्षेत्र से घर-घर रामायण पहुंचाकर लोगों के जीवन में बदलाव लाने के उद्देश्य से ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक जाएंगे। सैकड़ों वर्षों के इंतजार के बाद पिछले साल 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। दो दिन बाद इस अनुष्ठान को एक साल पूरा होने जा रहा है।
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरुण गोविल ने एक अनूठा प्रयास करते हुए एक विशेष शुरुआत का संकल्प लिया है। अब वह घर-घर रामायण पहुंचाएंगे. वह भी सिर्फ दस, बीस, पचास या हजार या दो हजार परिवारों तक नहीं, बल्कि 11 लाख परिवारों तक रामायण पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। मीडिया से बातचीत में सांसद अरुण गोविल और उनकी पत्नी ने बताया कि इस रामायण को पढ़कर लोग रामायण को विस्तार से जान पाएंगे। दूसरा, परिवार क्या होता है, परिवार में कैसे रहा जाए। इस बारे में लोगों को पता चलेगा।
सांसद अरुण गोविल ने कहा कि प्रयास नया जरूर है, लेकिन आज हमारे परिवारों में जो बिखराव हो रहा है, उसे रोकने के लिए किसी न किसी को तो कहीं से शुरुआत करनी ही होगी। लोगों को समझाना होगा, बताना होगा कि अगर परिवार में सुख-शांति है, तो जीवन में ढेर सारी खुशियां आती हैं। खुशी सिर्फ मानसिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक रूप से भी प्रभावित करती है। उनका कहना है कि अगर हमारे जीवन में नकारात्मकता कम होगी, तो हमें कई बीमारियां नहीं होती हैं।
घर-घर रामायण अभियान की शुरुआत 22 जनवरी से होगी। उन्होंने कहा कि वह अपनी लोकसभा सीट के किठौर और हापुड़ से इसकी शुरुआत करेंगे। हालांकि हिंदी तिथि के हिसाब से उन्होंने 11 जनवरी को ही इस अभियान की शुरुआत कर दी है। भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा कि खास तौर पर वह और उनकी पत्नी अपने संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के गांवों तक सबसे पहले पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह ग्रामीण इलाकों के हर घर तक बिना किसी आडंबर के सामान्य तरीके से रामायण पहुंचाने की कोशिश करेंगे। सांसद अरुण गोविल ने कहा कि वे ऐसे जरूरतमंद लोगों को हर भाषा में रामायण उपलब्ध कराएंगे। उनका उद्देश्य एक वेबसाइट भी बनाना है। इसके अलावा वे कैंप ऑफिस में भी रामायण रखेंगे। जो भी आकर इसे लेना चाहे, वह यहां भी आ सकता है।
