मेरठ : नवरात्रि के पहले व्रत के दिन ही कुट्टू के आटे के व्यंजन खाने से कई लोग बीमार पड़े; जानिए क्या है वजह?

उत्तर प्रदेश के मेरठ में नवरात्रि के पहले दिन व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से बने व्यंजन खाने से कई लोग बीमार हो गए। ब्रह्मपुरी और टीपी नगर थाना क्षेत्र में बच्चों समेत कई लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत हुई। इन्हें जिला अस्पताल और नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों की हालत में सुधार हो रहा है और उन्हें बेहतर इलाज दिया जा रहा है।
 
मेरठ के ब्रह्मपुरी और टीपी नगर थाना क्षेत्र में नवरात्र के पहले दिन व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से दो बच्चों समेत लोग बीमार हो गए। इन्हें जिला अस्पताल और सिरोही नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। गुरुवार को व्रत के दौरान दोनों जगहों के लोगों ने कुट्टू के आटे से बने पकवान खाए थे। पकवान खाने के कुछ देर बाद किसी के पेट में दर्द होने लगा तो किसी को घबराहट होने लगी। READ ALSO:-बिजनौर : नवरात्रि के पहले व्रत के दिन कुट्टू के पकौड़े खाने से पहले हो जाएं सावधान, 150 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती

 

यह देख परिजन परेशान हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए। ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर प्रथम निवासी देवीशरण और उनकी बहन मधु वर्मा, पुत्रवधू रेखा और रेनू ने कुट्टू के आटे से बनी पूड़ी खाई। पूड़ी खाने के कुछ देर बाद देवीशरण को चक्कर आने लगे। जब तक वह कुछ समझ पाते तब तक उनकी पुत्रवधू को उल्टी होने लगी। 

 

इसके बाद आसपास के लोग उन्हें जिला अस्पताल ले गए। जहां ईएमओ डॉक्टर लॉरेंस वर्मा ने उनका इलाज किया। डॉक्टर का कहना है कि मरीजों की हालत में सुधार है और उन्हें बेहतर इलाज दिया जा रहा है। उधर, टीपी नगर थाना क्षेत्र के जसवंत नगर पेपर मिल निवासी सतपाल, उनकी पत्नी बृजेश, पोती आकांक्षा और पोते सिद्धू ने कुट्टू के आटे से बने पकौड़े खाए। पकौड़े खाते ही उन्हें घबराहट होने लगी। सतपाल के बेटे प्रवेश ने चारों को बागपत रोड स्थित सिरोही नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है। 

 

क्या थे लक्षण? 
इन मरीजों को पेट दर्द के साथ उल्टी-दस्त की शिकायत थी। कुछ लोगों के पेट में ऐंठन हो रही थी। कुछ मरीजों को जी मिचलाने लगा था। इनका कहना है कुट्टू के आटे से बीमार हुए मरीजों की हिस्ट्री बताती है कि कई बार यह आटा संक्रमित होता है, जिसे खाने से लोगों की तबीयत अचानक खराब हो जाती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, मुख्य कारण यह है कि इस आटे का इस्तेमाल मुख्य रूप से व्रत में किया जाता है, इसे रोजाना के खाने में नहीं खाया जाता। 

 

कई बार गलत तरीके से लंबे समय तक स्टोर किए जाने या एक्सपायर हो जाने के कारण यह संक्रमित हो जाता है। इसमें फंगल या अन्य तरह का संक्रमण विकसित हो जाता है और इसे खाने के बाद लोग बीमार पड़ जाते हैं। पुराना, नमीयुक्त और मिलावटी कुट्टू सेहत के लिए हानिकारक है। कुट्टू की तासीर भी गर्म होती है। इस मौसम में व्रत के दौरान इसके बजाय अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर है। -डॉ लॉरेंस वर्मा ईएमओ जिला अस्पताल