मेरठ: दोनों लड़कियों के सिर की हड्डियां तोड़ दी, पति-पत्नी पर रॉड से बार-बार हमला, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 5 हत्याओं की क्रूरता का खुलासा

 मेरठ में पति-पत्नी और तीन बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारों ने मोइन और उसकी पत्नी आसमा के सिर पर लोहे की रॉड से 10 से ज़्यादा बार वार किया। फिर पत्थर काटने वाली मशीन से उनका गला रेत दिया।
 
मेरठ में राजमिस्त्री मोइन के परिवार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मोइन और आसमा के सिर पर लोहे की रॉड से चार वार किए गए, जबकि दो वर्षीय अजीजा और एक वर्षीय अलिस्बा उर्फ ​​जिया के सिर पर एक-एक वार कर हत्या की गई। हत्यारों ने आठ वर्षीय अक्सा का गला घोंट दिया। READ ALSO:-मेरठ में नो हेलमेट-नो फ्यूल : मेरठ में बिना हेलमेट के नहीं मिलेगा पेट्रोल! DM ने जारी किए निर्देश

 

पुलिस का मानना ​​है कि नईम ने उनके खाने में कोई नशीला पदार्थ मिला दिया था। अक्सा पूरी तरह से बेहोश थी, इसलिए गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। दंपती और उनकी दो बेटियों के अर्धबेहोशी की हालत में होने पर उनके सिर पर हथौड़े या लोहे की रॉड से वार किए गए। पूरे मामले की असली सच्चाई आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही सामने आएगी। 

 

 

आसमा के परिजन कह रहे थे कि मोईन के परिजनों के साथ भी ऐसा ही होना चाहिए। इसके बाद शवों को फार्म हाउस से टैंक कब्रिस्तान ले जाकर दफना दिया गया। इस दौरान पीएसी और पुलिस तैनात रही, जो शवों को लेकर कब्रिस्तान पहुंची। 

 

शवों को ठिकाने लगाने की थी योजना 
सर्विलांस और परिजनों के बयानों के आधार पर पुलिस का मानना ​​है कि सौतेले भाई तांत्रिक नईम बाबा ने बहनोई सलमान के साथ मिलकर मोईन के पूरे परिवार की हत्या की। उनकी योजना देर रात शवों को घर से उठाकर कहीं ठिकाने लगाने की थी। इसीलिए हत्या के बाद सलमान मोईन का मोबाइल लेकर मुजफ्फरनगर चला गया। वहां उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया, ताकि पुलिस को लगे कि मोईन मुजफ्फरनगर चला गया है। 

 

शाहजहांपुर के नासिर उर्फ ​​काना ने दो शादियां की थीं। तस्लीम, सलीम, मोइन, कलीम और अमजद पहली पत्नी से हैं, जबकि मोबिन और नईम दूसरी पत्नी से हैं। बताया जाता है कि नईम महाराष्ट्र के नासिक में रहकर तांत्रिक क्रियाएं करने लगा था। महाराष्ट्र पुलिस नईम को पकड़ने के लिए कई बार मेरठ में दबिश भी दे चुकी है। 

 

पुलिस की मानें तो नईम के खिलाफ हत्या और धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। गुरुवार रात जब मोइन के परिवार की हत्या का मामला सामने आया तो नईम और सलमान नोएडा चले गए। पुलिस टीम ने उनका पीछा किया। इसके बाद वे अजमेर भाग गए। पुलिस का मानना ​​है कि नईम नासिक जा सकता है। इसलिए वहां पुलिस टीम भेजी गई है। 

 

वाहन न मिलने से शवों को ठिकाने नहीं लगा पाए 
पुलिस का मानना ​​है कि बुधवार रात नईम और सलमान ने परिवार के खाने में नशीली गोलियां डाल दी होंगी। बेहोश होने के बाद पूरे परिवार को लोहे की रॉड से काट दिया होगा। शवों को ठिकाने लगाने के लिए मोइन और आसमा के शवों को चादरों की गठरी में बांधा गया था। बच्चों के शवों को बोरे में भरकर ले जाया गया। पुलिस का मानना ​​है कि शवों को ले जाने के लिए उन्हें कोई वाहन नहीं मिला, इसलिए उन्होंने शवों को बेड बॉक्स में डालकर सुबहे होने से पहले निकल गए। 

 

उनकी योजना गुरुवार रात को शवों को ठिकाने लगाने की थी। इसी वजह से नईम और सलमान सुहैल गार्डन में घूम रहे थे, जब तक कि उन्हें शवों के बारे में जानकारी नहीं मिल गई। शव मिलने के बाद जब बेटे अब्दुल्ला ने नईम को घटना की जानकारी दी, तो उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया। घटनास्थल पर जाने के बजाय वह चुपके से नोएडा भाग गया।