मेरठ के पुलिसकर्मियों ने बनाई अपनी SOG, राजस्थान में बस हाईजैक कर 4 लोगों का अपहरण करते पकड़े गए

उत्तर प्रदेश के मेरठ पुलिस के 2 कांस्टेबलों ने राजस्थान में अपनी फर्जी एसओजी बनाई। योजना थी कि बुलंदशहर से बस को हाईजैक करके 4 लोगों को किडनैप किया जाए। लेकिन राजस्थान पुलिस ने किडनैपिंग के बाद भाग रहे गैंग को पकड़ लिया।
 
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के दो सिपाहियों ने फिल्मी स्टाइल में बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश की थी। दरअसल, दो सिपाहियों ने राजस्थान में अपना गैंग बनाया था। इनकी योजना दो व्यापारियों का अपहरण कर फिरौती वसूलने की थी। लेकिन राजस्थान पुलिस ने गैंग को पकड़ लिया। READ ALSO:-बिजनौर: नूरपुर में पुलिस और गौ तस्करों के बीच मुठभेड़, गोकशी के आरोपी गिरफ्तार, मुठभेड़ में पुलिसकर्मी घायल

 

बुधवार को दोनों सिपाहियों के बारे में एसएसपी कार्यालय को सूचना भेजी गई। जिसमें पता चला कि यह गैंग लोहियानगर थाने में तैनात रिंकू सिंह ने बनाया है। जबकि उसका साथी हेड कांस्टेबल अमित कुमार भावनपुर थाने में तैनात है। एसएसपी विपिन ताडा ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। 

 

एसपी शरद चौधरी ने बताया कि कांस्टेबल रिंकू और अमित कुमार ने पूरी प्लानिंग की थी। इनके गैंग में मेरठ के आकाश हॉस्पिटल की रिसेप्शनिस्ट मीनू, अधिवक्ता आकाश शर्मा, ड्राइवर अनुज और मुनकट शामिल थे। साथ ही इन्हें पुलिस के तौर-तरीके भी समझाए गए और बाकायदा ट्रेनिंग भी दी गई। 

 

एसपी शरद चौधरी ने बताया कि यह गिरोह घूम-घूमकर कपड़े बेचने वाले बुलंदशहर निवासी जखिया, उसकी पत्नी नाजरीन, उसके साथी आरिफ और दोजी को लूटना चाहता था। 

 

इस बात का मुनकात को पता था कि जखिया के पास पैसे हैं। उसने इसकी जानकारी रिंकू सिंह को दी। इसके बाद उन्होंने लूट की पूरी योजना बनाई। बुधवार दोपहर जब जखिया और उसके साथी चूरू से राजस्थान के झुंझुनू जाने वाली रोडवेज बस में सवार हुए तो गिरोह ने मीनू और आकाश को बस में बैठा लिया। बाकी लोग कार से उनका पीछा करने लगे। 

 

योजना के मुताबिक कुछ देर बाद मीनू एक अन्य यात्री पर पैसे चोरी का आरोप लगाकर बहस करने लगी। तभी उसने खासोली धाम के पास बस रुकवा ली। इस दौरान पीछे से आए दो सिपाहियों ने बस को अपने कब्जे में ले लिया। 

 

सिपाहियों ने यात्रियों को पिस्तौल दिखाकर डराया। यात्रियों को बताया गया कि यह एसओजी की छापेमारी है। इसके बाद बुलंदशहर में रहने वाले जखिया, उसकी पत्नी नाजरीन, उसके सहकर्मी आरिफ और दोजी को हिरासत में ले लिया गया। सभी को कार में बैठा लिया गया। 

 

इसी बीच बस में सवार एक यात्री ने इसकी सूचना बिसाऊ पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी की। गिरोह अपनी कार से पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर भाग निकला। इसके बाद चूरू पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें घेरकर पकड़ लिया। गिरोह के पास से एक हथकड़ी और 2 पिस्टल होल्डर बरामद हुए हैं। 

 

एसपी ने बताया कि अमित कुमार (38) निवासी सहारनपुर, अनुज नागर (28) निवासी नई दिल्ली, मीनू रानी (27) निवासी विजय नगर गाजियाबाद, मुनकट (55) निवासी हापुड़, रिंकू सिंह (32) निवासी दुजाना बादलपुर नोएडा, आकाश (28) निवासी कंकरखेड़ा को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।