मेरठ : सगे भाई ने ही की थी बहन की हत्या, सुनीता हत्याकांड में हत्यारा भाई गिरफ्तार, चोरी के जेवरात भी बरामद....

मेरठ के ब्रह्मपुरी के इंदिरानगर में हुए सुनीता मिश्रा हत्याकांड का मेरठ पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतका के सगे भाई दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड उपेंद्र मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। 
 
उत्तर प्रदेश के मेरठ के ब्रह्मपुरी स्थित इंदिरा नगर में 21 जून को हुए मर्डर के हत्यारे  तक पुलिस पहुंच गई है। पुलिस ने पूरे मामले में मृतका सुनीता के भाई उपेंद्र मिश्रा को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उपेंद्र के पास सुनीता के घर से लूटे गए कुछ जेवरात भी मिले हैं।READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग की नई योजना, स्मार्ट मीटर डिस्कनेक्शन-रीकनेक्शन पर लगेगा इतना पैसा....

 

पुलिस ने पड़ोसियों के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसके आधार पर पुलिस हत्यारे तक पहुंची। आरोपी उपेंद्र मिश्रा सेना से रिटायर है और दिल्ली के एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

 

मूल रूप से सुल्तानपुर जिले के अमऊ जसरपुर गांव निवासी राधेश्याम मिश्रा ब्रह्मपुरी स्थित इंदिरानगर की गली नंबर दो में रहते हैं। राधेश्याम बागपत रोड स्थित कैलाश अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन हैं। शुक्रवार रात राधेश्याम की पत्नी सुनीता मिश्रा घर पर थीं। उनके पति अस्पताल में ड्यूटी पर थे।

 

मेरठ के इंदिरा नगर निवासी राधेश्याम मिश्रा जो मेरठ के कैलाश अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन हैं। शनिवार सुबह जब राधेश्याम घर पहुंचा तो सुनीता का शव फर्श पर पड़ा था। उसकी कनपटी पर दाहिनी तरफ गोली लगी थी। राधेश्याम की लाइसेंसी रिवॉल्वर सुनीता के हाथ में थी। घर की तीसरी मंजिल से सीसीटीवी की डीवीआर और उनकी बुलेट बाइक गायब थी। हत्यारा कुछ दूर जाकर बुलेट बाइक सड़क पर छोड़ गया। इसके बाद वह ई-रिक्शा से भैसाली बस स्टैंड पहुंचा तो फुटेज में वह नजर नहीं आया।

 

उपेंद्र मिश्रा ने बताया कि उसने एक साल पहले राधेश्याम से 90 हजार रुपये उधार लिए थे। घटना से कुछ दिन पहले फिर उसने राधेश्याम को फोन कर रुपये मांगे लेकिन उन्होंने मना कर दिया।

 

पोस्टमॉर्टम हाउस पर वह सबसे आगे था
घटना के अगले दिन राधेश्याम से सूचना मिलने पर वह पत्नी के साथ मोर्चरी पहुंचा। अंतिम संस्कार के दौरान वह गांव में रोता रहा। पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया है।