मेरठ : भाजपा-सपा नेताओं ने थाने में किया हंगामा, महिला से की अभद्रता, पुलिस ने खदेड़ा तो भाजपा नेता धरने पर बैठे....

उत्तर प्रदेश के मेरठ के मवाना में मंदिर समिति का झगड़ा शनिवार रात थाने पहुंच गया। भाजपा नेता सौरभ शर्मा और सपा नेता विनोद गुप्ता के पक्ष के लोगों ने पुलिस के सामने ही एक-दूसरे से झड़प की। 
 
मेरठ के मवाना में गुड़ मंडी स्थित मंदिर को लेकर हुए विवाद में देर शाम थाने में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। आरोप है कि पुलिस ने भाजपा जिला सह संयोजक सौरभ शर्मा व उनके साथियों के साथ थाने में मारपीट की। सूचना मिलते ही भाजपा कार्यकर्ता थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे।  तभी सपा नेता विनोद गुप्ता की पत्नी भी ठाणे पहुँच गई। Read also:-UP : 'शराबी पत्नी से बचाओ, वो हर दिन शराब के नशे में रहती है टल्ली', करवा चौथ पर पति की परामर्श केंद्र से गुहार.....

 

महिला की भाजपा नेता सौरभ शर्मा  बहस होने लगी। पुलिस दोनों में बीच-बचाव करवा रही थी। तभी बीजेपी नेता ने महिला को सबके सामने अशब्द बोल दिए। ये सुनकर पुलिस वालों ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को जमकर हड़काया। इतना ही नहीं उन सब को पुलिस ने बहार खदेड़ दिया। READ ALSO:-मेरठ : चलती बस में छात्रों को मारी गोली, एक के हाथ और दूसरे छात्र के पैर में लगी गोली, इस बात पर चल रहा था विवाद

भाजपा कार्यकर्ता आरोपी व पुलिस से कार्रवाई की मांग को लेकर थाने में धरने पर बैठ गए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दूसरे पक्ष व आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आज बाजार बंद रखा जाएगा। 

 

 

भाजपा जिला सह संयोजक सौरभ शर्मा, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष मनीष शर्मा, रोबिन गुप्ता, अमित गुप्ता, आशु त्यागी के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। पुलिस ने उन्हें अपराधियों की तरह घसीटते हुए अंदर ले गई और बैठा दिया। इसके बाद अन्य भाजपाई थाने पहुंच गए और कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। 

 

भाजपा समर्थकों का कहना है कि वह पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस दूसरे पक्ष का साथ दे रही है। सपा के लोग अंदर चाय पी रहे हैं, थाने में भाजपा समर्थकों की पिटाई हो रही है। 

 

मवाना के पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिषेक पटेल ने बताया कि मंदिर को लेकर दोनों पक्षों में विवाद है। दोनों पक्षों का मामला कोर्ट में चल रहा है। दोनों पक्ष अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंचे। उनके बीच कहासुनी और खींचतान हुई। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया। भाजपा नेताओं पर हमले की जांच कराई जाएगी। अगर ऐसा हुआ है तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।