दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल से एक घंटे में पहुंच जाएंगे दिल्ली, मेरठ कॉरिडोर-2 को दिया जा रहा अंतिम रूप

मोदीपुरम डिपो रैपिड रेल और मेट्रो दोनों का आखिरी स्टेशन होगा। अगर दूसरे स्टेशनों की बात करें तो इनमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, एमईएस कॉलोनी, डोरली, मेरठ नॉर्थ स्टेशन शामिल हैं। इसके अलावा मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल जैसे स्टेशन भी हैं।
 
दिल्ली मेरठ रैपिड रेल का काम तेजी से चल रहा है। इस बीच मेरठ में कॉरिडोर बनकर तैयार हो गया है। मोदीपुरम में 350 मीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर बनकर तैयार है। इस बीच एनसीआरटीसी की ओर से मेरठ साउथ और मेरठ में मोदीपुरम स्टेशन के बीच काम चल रहा है। READ ALSO:-बिजनौर : यति नरसिंहानंद के बयान का विरोध मरकज वाली मस्जिद के पास इकठ्‌ठा हुए लोग, मौन विरोध करते हुए SDM व CO City को सोपा ज्ञापन

 

आपको बता दें कि मेरठ साउथ से मोदीपुरम के बीच कुल 23 किलोमीटर का कॉरिडोर है। आने वाले समय में इस कॉरिडोर पर रैपिड रेल के साथ मेरठ मेट्रो भी चलाई जाएगी। फिलहाल साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक नमो भारत ट्रेन चलाई जा रही है। 

 

कब तक पूरा होगा काम 
गौरतलब है कि कॉरिडोर बनाने का काम अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। ताकि मई से जून के बीच संचालन का काम भी शुरू हो सके। आपको बता दें कि मेरठ में बन रहे कॉरिडोर में से 6 किलोमीटर का हिस्सा जमीन के नीचे है। जबकि बाकी हिस्सा एलिवेटेड है। 

 

आपको बता दें कि मोदीपुरम डिपो रैपिड रेल और मेट्रो दोनों का आखिरी स्टेशन होगा। बाकी स्टेशनों की बात करें तो मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, एमईएस कॉलोनी, डोरली, मेरठ नॉर्थ स्टेशन हैं। इसके अलावा मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल जैसे स्टेशन भी हैं।

 

दिल्ली मेरठ रैपिड रेल के बारे में
आपको बता दें कि यह रैपिड रेल दिल्ली एनसीआर गाजियाबाद और मेरठ को जोड़ेगी। इसका निर्माण एनसीआरटीसी द्वारा किया जा रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक इस ट्रेन के चलने से आप एक घंटे में दिल्ली से मेरठ पहुंच जाएंगे। 

 

इस रैपिड रेल का निर्माण ₹30,274 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। दिल्ली के जंगपुरा से शुरू होकर यह ट्रेन मेरठ के मोदीपुरम तक चलेगी। इसमें कुल 16 स्टेशन होंगे। साल 2019 में पीएम मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। उम्मीद है कि अगले साल जून तक इसका उद्घाटन हो जाएगा।