बिजनौर : संपादक पंडित रुद्रदत्त शर्मा की पुण्यतिथि पर धामपुर में श्रद्धांजलि सभा एवं संगोष्ठी का आयोजन

 धामपुर। सम्पादकाचार्य पंडित रुद्रदत्त शर्मा की पुण्यतिथि के अवसर पर नगर पालिका परिषद धामपुर के शिवाजी पार्क स्थित संपादक पंडित रुद्रदत्त शर्मा पुस्तकालय में संपादक पंडित रुद्रदत्त शर्मा सम्मान समिति द्वारा श्रद्धांजलि सभा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
 
खबरी लाल मीडिया संवाददाता प्रमोद अग्रवाल धामपुर तहसील(बिजनौर)। सम्पादकाचार्य पंडित रुद्रदत्त शर्मा की पुण्यतिथि के अवसर पर नगर पालिका परिषद धामपुर के शिवाजी पार्क स्थित संपादक पंडित रुद्रदत्त शर्मा पुस्तकालय में संपादक पंडित रुद्रदत्त शर्मा सम्मान समिति द्वारा श्रद्धांजलि सभा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने आजादी के समय पत्रकारिता की स्थिति और भारत में पत्रकारिता के 200 साल के इतिहास पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए माना कि पत्रकारिता कल भी जोखिम भरी थी और आज भी जोखिम भरी है। READ ALSO:-बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के पिता से 25 लाख की ठगी, जूना अखाड़े के आचार्य ने सरकारी आयोग का अध्यक्ष बनाने का झांसा दिया

 

पत्रकारिता पर कल भी सत्ता का दबाव था और आज भी है। कुछ लोगों ने पत्रकारिता को अपने समय और युग के हिसाब से परिभाषित या संचालित करने का प्रयास किया है, लेकिन हर दौड़ में कुछ पत्रकारों ने अपनी साख बचाने के लिए सत्ता में शीर्ष लोगों से कभी समझौता नहीं किया। 

वक्ताओं ने माना कि बदलते परिवेश में पत्रकारिता सोशल मीडिया से काफी प्रभावित हुई है, लेकिन सोशल मीडिया में भ्रामक प्रचार ने कई तरह के तनाव पैदा किए हैं। ऐसे में उन तथ्यों की जांच कर उन्हें आगे बढ़ाया जाना चाहिए। कुछ लोगों का मानना ​​था कि अगर आज की पत्रकारिता अपना स्वरूप नहीं बदला तो यह पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी। ऐसे में पत्रकारिता की साख बचाने के लिए जनसमस्याओं से जुड़े रहना जरूरी है। 

 

संगोष्ठी के बाद सभी ने सम्पादकाचार्य पं. रुद्रदत्त शर्मा की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। संगोष्ठी में मनोज कात्यायन, नवचेतन शर्मा, धामपुर पत्रकार संघ के अध्यक्ष सचिन अग्रवाल व महासचिव भूपेंद्र शर्मा सोनू, कानूनी सलाहकार आरके आर्य एडवोकेट, केशव चौहान, इंजी. अनिल शर्मा, डॉ. अनिल शर्मा, रोमियो मयूर आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।