बिजनौर : टोल बचाने के चक्कर में हुआ दर्दनाक हादसा, गाड़ी सहित परिवार के 5 लोग नदी में डूबे, दो महिलाओं सहित दो बच्चियों की मौत, पिता तैरकर आया बाहर;
बिजनौर के नगीना में एक दर्दनाक हादसा हो गया। मैजिक में सवार होकर दवा लेकर वापस अपने घर जा रहे परिवार के पांच लोग कार समेत नदी में डूब गये। एक तैरकर बाहर आ गया. बाकी चार लोग नदी में बह गये।
Updated: Jul 14, 2023, 12:55 IST
बिजनौर के नगीना में एक दर्दनाक हादसा हो गया। मैजिक में सवार होकर दवा लेकर वापस अपने घर जा रहे परिवार के पांच लोग कार समेत नदी में डूब गये। एक तैरकर बाहर आ गया। बाकी चार लोग नदी में बह गये। मौके पर पहुंची पुलिस ने हाइड्रोलिक के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। करीब 10 घंटे बाद चारों लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मृतकों में ननद, भाभी और दो मासूम बच्चियां शामिल हैं।READ ALSO:-कांवड़ यात्रा: हाईवे हुआ भगवा, नाचते-गाते भोले की भक्ति में लीन शिवालयों की ओर बढ़ रहे कांवड़िये, दर्शनों के लिए उमड़े श्रद्धालु
दरअसल, नगीना के मोहल्ला कलालान निवासी अनवर पुत्र अब्दुल जब्बार अपनी पत्नी रूबी (27), बहन शानवी (15) और साढ़े तीन साल की बेटी उमेदा और डेढ़ साल की आयशा के साथ गया था। शाम 5 बजे नगीना से दवा लेने पुरैनी। पुरैनी से दवा लेने के बाद वह नेशनल हाईवे पर न जाकर कस्बा कोटरा से नगीना के लिए निकल गया।
पत्नी-बहन और दो बच्चियों की मृत्यु
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और हाइड्रोलिक्स की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला। पुलिस और गोताखोरों ने करीब 10 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। 10 घंटे बाद अनवर की पत्नी रूबी और बहन शानवी और दोनों बच्चियों के शव बरामद हुए। एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और हाइड्रोलिक्स की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला। पुलिस और गोताखोरों ने करीब 10 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। 10 घंटे बाद अनवर की पत्नी रूबी और बहन शानवी और दोनों बच्चियों के शव बरामद हुए। एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पति ने कहा- मेरा पूरा परिवार खत्म हो गया
अनवर ने कहा, ''अपनी पत्नी की दवा लेने पुरेनी जा रहे थे। बहन को वहां कुछ काम था इसलिए उसे भी साथ ले गया। जबकि बच्चियां छोटी थीं और घर में अकेली नहीं रह सकती थीं, इसलिए वह भी साथ चली गईं। दवा लेने के बाद रात आठ बजे नगीना लौट रहे थे। नगीना हाईवे पर एक टोल है। तभी कसबा कोटरा से नगीना के लिए निकल पड़े। रास्ते में पावधोई नदी पड़ती है। इस नदी ने इस समय विकराल रूप धारण कर रखा है। रात होने के कारण कुछ समझ नहीं आया, कार नदी में समा गयी। मैं तो जैसे तैसे तैरकर बाहर आ गया, लेकिन पत्नी-बहन और दोनों बच्चियां डूब गईं। मेरा पूरा परिवार चला गया।
अनवर ने कहा, ''अपनी पत्नी की दवा लेने पुरेनी जा रहे थे। बहन को वहां कुछ काम था इसलिए उसे भी साथ ले गया। जबकि बच्चियां छोटी थीं और घर में अकेली नहीं रह सकती थीं, इसलिए वह भी साथ चली गईं। दवा लेने के बाद रात आठ बजे नगीना लौट रहे थे। नगीना हाईवे पर एक टोल है। तभी कसबा कोटरा से नगीना के लिए निकल पड़े। रास्ते में पावधोई नदी पड़ती है। इस नदी ने इस समय विकराल रूप धारण कर रखा है। रात होने के कारण कुछ समझ नहीं आया, कार नदी में समा गयी। मैं तो जैसे तैसे तैरकर बाहर आ गया, लेकिन पत्नी-बहन और दोनों बच्चियां डूब गईं। मेरा पूरा परिवार चला गया।
नगीना कोतवाल रवीन्द्र वशिष्ठ का कहना है कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हाइड्रोलिक की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला। मृतक की दोनों बेटियों रूबी और शानवी और अनवर के शव अस्पताल भेज दिए गए हैं। वहां जो भी कानूनी कार्रवाई होगी वह की जायेगी।