बिजनौर : वन विभाग की टीम ने पकड़ा तेंदुआ, घंटों की मशक्कत के बाद पिंजरे में फंसा, रेस्क्यू के दौरान तीन कर्मचारी घायल

बिजनौर के धर्मनगरी इलाके में गन्ने के खेत में तेंदुआ फंसने की खबर फैली। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए को बचाने की कोशिश की, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तेंदुए ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में वन विभाग के तीन कर्मचारी भी घायल हो गए।
 
बिजनौर शहर से छह किमी दूर स्थित धर्मनगरी के पास एक खेत में तार के फंदे में एक तेंदुआ फंस गया। वनकर्मियों ने उसे फंदे से बाहर निकाला और बिना ट्रैंकुलाइज किए ही पकड़ लिया। इसमें तीन वनकर्मी घायल हो गए। उनके साहस को देख वन संरक्षक ने पूरी टीम को सम्मानित भी किया गया। READ ALSO:-मेरठ : चुनावी रंजिश के विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर पथराव, आठ लोग घायल, चार लोग पुलिस की गिरफ्त में

 

शुक्रवार रात ग्रामीणों ने धर्मनगरी गांव के पास गन्ने के खेत में तेंदुआ होने की सूचना दी। टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए की तलाश शुरू की। ड्रोन उड़ाया गया तो खेत में तेंदुआ दिखाई दिया। ड्रोन कैमरे में वह तार से बंधा नजर आया। इसके बाद टीम रात भर उस पर नजर रखती रही। शनिवार सुबह वन विभाग की टीम ने अभियान चलाया। 

 

 

डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है। वहां से जो निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार तेंदुए को भेजा जाएगा। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि तेंदुआ दिखने पर सूचना दें। 

 

साहस दिखाने पर वनकर्मियों को सम्मानित किया गया डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि रेंजर महेश गौतम के निर्देशन में वन दरोगा मदन पाल सिंह, हेमेंद्र सिंह, संजय सिंह राणा आदि तेंदुए को पकड़ने गए थे। इस दौरान विवेक मोहन, संजय सिंह राणा और अनीश अहमद घायल हो गए। वन संरक्षक मुरादाबाद ने टीम के साहस की सराहना करते हुए 11 हजार का इनाम दिया। 

 

अब तक 70 तेंदुए पकड़े जा चुके हैं जिले में लगातार तेंदुए दिखने के मामले सामने आ रहे हैं। अनुमान के मुताबिक जिले में गन्ने के खेतों में 500 से अधिक होने का अनुमान है। पिछले ढाई साल में वन विभाग 70 तेंदुए पकड़कर चिड़ियाघर और रिजर्व फॉरेस्ट में छोड़ चुका है। इसके अलावा आपसी संघर्ष, दुर्घटना और बीमारी के कारण करीब 30 तेंदुओं की मौत हो चुकी है।