UP : भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी, अन्नकूट पूजा पर खुलेंगे अन्नपूर्णा मंदिर के खजाने के द्वार, चांदी के सिक्कों के साथ बांटे जाएंगे नवरत्न
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के महंत ने भक्तों को बड़ी खुशखबरी दी है। उनके मुताबिक इस साल भक्तों को चांदी के सिक्कों के साथ नौ रत्न बांटे जाएंगे।
Oct 27, 2024, 09:00 IST
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उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के महंत ने भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। महंत के मुताबिक इस साल स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के खजाने से भक्तों में चांदी और नौ रत्न के सिक्के बांटे जाएंगे। इसके लिए मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए खास तौर पर 30 किलो चांदी के सिक्के भी बनवाए हैं। पांच दिवसीय दर्शन 29 अक्टूबर को धनतेरस के दिन शुरू होंगे। वहीं 2 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव के दिन लड्डुओं की झांकी सजाने के बाद रात 11:30 बजे माता की महाआरती करने के बाद मंदिर के कपाट पूरे एक साल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। READ ALSO:-UP : 'जय श्री राम' लिखी भगवा टी-शर्ट पहनकर वेज कबाब बेच रहा था मुस्लिम युवक, बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा
मंदिर के महंत ने दी जानकारी स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के महंत गोस्वामी शंकरपुरी के मुताबिक खजाने के तौर पर भक्तों में कुछ मात्रा में नौ रत्न के साथ ही विभिन्न प्रकार के धातु के सिक्के भी बांटे जाएंगे। आगे उन्होंने बताया कि स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के दर्शन और खजाने के लिए किसी भी श्रद्धालु को कोई शुल्क नहीं देना होगा। हर साल मंदिर के कपाट चार दिन के लिए खुलते हैं। लेकिन इस साल दो दिन अमावस्या होने के कारण श्रद्धालुओं को पांच दिन तक दर्शन का मौका मिलेगा।
ब्रह्म मुहूर्त में होगी पूजा
धनतेरस के दिन 29 अक्टूबर को स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के साथ ही खजाने की भी पूजा ब्रह्म मुहूर्त में तीन बजे से पौने पांच बजे तक होगी। पूजा के बाद सुबह पांच बजे मंदिर के कपाट आम लोगों और श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही मंदिर की सुरक्षा के लिए कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। जिसकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं को गेट नंबर एक से आना होगा। इसके लिए मंदिर में लकड़ी की अस्थाई सीढ़ियां बनाई जाएंगी।
धनतेरस के दिन 29 अक्टूबर को स्वर्ण अन्नपूर्णा मंदिर के साथ ही खजाने की भी पूजा ब्रह्म मुहूर्त में तीन बजे से पौने पांच बजे तक होगी। पूजा के बाद सुबह पांच बजे मंदिर के कपाट आम लोगों और श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही मंदिर की सुरक्षा के लिए कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। जिसकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं को गेट नंबर एक से आना होगा। इसके लिए मंदिर में लकड़ी की अस्थाई सीढ़ियां बनाई जाएंगी।