मेरठ के ऋषिनगर कॉलोनी में शराब के ठेके के खिलाफ महिलाओं का कलेक्ट्रेट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन
कॉलोनी की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर किया जोरदार विरोध, आबकारी विभाग पर नियमों की अनदेखी का आरोप
Apr 2, 2025, 17:07 IST
|

मेरठ: मेरठ के बागपत रोड स्थित ऋषि नगर कॉलोनी में एक शराब का ठेका खुलने से स्थानीय महिलाएं आक्रोशित हो गई हैं। बुधवार को महिलाओं ने बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और शराब के ठेके को तुरंत बंद करने की मांग की। महिलाओं का आरोप है कि यह ठेका दिल्ली पब्लिक स्कूल और एक मंदिर से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित है, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।READ ALSO:-मेरठ: मुजफ्फरनगर में बेकाबू ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से कार सवार एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत
ठेके का स्थान और विरोध का कारण:
ऋषि नगर कॉलोनी की रहने वाली दीपमाला शर्मा ने बताया कि कॉलोनी के मुख्य गेट पर दैनिक जरूरतों की दुकानें आवंटित की गई थीं। इनमें से एक दुकान को आदेश शर्मा नामक व्यक्ति को आवंटित किया गया था, जिसने 1 अप्रैल से शराब का ठेका खोल दिया है। यह दुकान चित्रकूट और राधा गोविंद कॉलोनी के रास्ते पर भी पड़ती है, जिससे इन कॉलोनियों के निवासियों को भी परेशानी हो रही है।
कॉलोनी वासियों का कहना है कि जब उन्होंने ठेका संचालक आदेश शर्मा और अनुज्ञप्ति धारक शिवाकर मिश्रा से इस बारे में बात की, तो उन्होंने महिलाओं को धमकाया और विरोध करने पर अभद्र व्यवहार किया। इससे महिलाओं का गुस्सा और बढ़ गया।
महिलाओं की चेतावनी और मांग:
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने इस शराब के ठेके को तुरंत बंद नहीं किया, तो वे ठेके के बाहर टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगी। उनका कहना है कि तीनों कॉलोनियों (ऋषि नगर, चित्रकूट, और राधा गोविंद) में 500 से अधिक परिवार रहते हैं और शराब का ठेका खुलने से कॉलोनी का माहौल खराब होगा। बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ने से सुरक्षा व्यवस्था भी प्रभावित होगी, खासकर महिलाओं और बच्चों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
आबकारी विभाग पर आरोप:
स्थानीय लोगों ने आबकारी विभाग पर नियमों की अनदेखी कर शराब का ठेका आवंटित करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि स्कूल और धार्मिक स्थल के इतने करीब शराब का ठेका खोलना नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है और विभाग ने बिना उचित जांच के ही लाइसेंस जारी कर दिया है। महिलाओं ने जिला प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और ठेके को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है।
