मेरठ : स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के दौरान गिरा राष्ट्रीय ध्वज, सांसद अरुण गोविल ध्वजारोहण कर रहे थे, तभी पोल से गिरा झंडा,
मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से सांसद अरुण गोविल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अचानक राष्ट्रीय ध्वज पोल से नीचे गिर गया। समारोह के दौरान जब सांसद ध्वजारोहण कर रहे थे, तभी झंडा पोल से अलग होकर नीचे गिर गया। हालांकि, नीचे खड़े कार्यकर्ताओं ने बिना समय गंवाए उसे पकड़ लिया।
Aug 16, 2024, 11:27 IST
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पूरा देश 78वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। पीएम मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। इससे पहले सभी केंद्रीय मंत्रियों ने अपने आवास पर तिरंगा फहराया। भाजपा सांसद भी अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों में झंडा फहराने पहुंचे थे। READ ALSO:-नोएडा : 'क्या रेट लेगी'....कैब का इंतजार कर रही महिला पत्रकार से छेड़छाड़, CCTV कमरों से हुई पहचान, 24 घंटों में दोनों गिरफ्तार
इस बीच मेरठ से एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश के मेरठ से भाजपा सांसद अरुण गोविल झंडा फहरा रहे हैं, इसी दौरान अचानक झंडा पोल से नीचे गिर जाता है। हालांकि, वहां खड़े कार्यकर्ता झंडे को नीचे गिरने से बचा लेते हैं। हालांकि, इस दौरान अरुण गोविल असहज हो जाते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पहली बार बने सांसद
आपको बता दें कि अरुण गोविल ने दूरदर्शन के सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक रामायण में राम का किरदार निभाया था। उन्हें रामायण के राम के नाम से जाना जाता है। इस बार पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश की मेरठ सीट से उम्मीदवार बनाया था। जहां उन्होंने कड़े मुकाबले में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को हराया और जीत हासिल की और पहली बार सांसद बने।
जानिए कैसे होता है राष्ट्रीय ध्वज का अपमान
तिरंगा फहराते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह मुड़ा हुआ न हो और जमीन को न छुए या उस पर पानी न लगा हो। अगर ऐसा हुआ तो यह तिरंगे का अपमान होगा। झंडे पर कुछ भी नहीं लिखा जा सकता। किसी भी ड्रेस या यूनिफॉर्म के किसी भी हिस्से पर तिरंगा लगाना प्रतिबंधित है। किसी भी तकिए या रूमाल पर तिरंगे का डिज़ाइन नहीं होना चाहिए। झंडे का इस्तेमाल किसी मूर्ति या इमारत को ढकने के लिए नहीं किया जा सकता।
तिरंगा फहराते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह मुड़ा हुआ न हो और जमीन को न छुए या उस पर पानी न लगा हो। अगर ऐसा हुआ तो यह तिरंगे का अपमान होगा। झंडे पर कुछ भी नहीं लिखा जा सकता। किसी भी ड्रेस या यूनिफॉर्म के किसी भी हिस्से पर तिरंगा लगाना प्रतिबंधित है। किसी भी तकिए या रूमाल पर तिरंगे का डिज़ाइन नहीं होना चाहिए। झंडे का इस्तेमाल किसी मूर्ति या इमारत को ढकने के लिए नहीं किया जा सकता।