मेरठ : संगीत सोम को जयचंद कहना RLD नेता को पड़ा महंगा, व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल को नोटिस जारी; अनुशासन समिति ने की कार्रवाई
पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम ने कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया था जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के बारे में कहा था कि राष्ट्रीय लोकदल के भाजपा से हाथ मिलाने से कोई फायदा नहीं हुआ और हम जो सीटें जीत रहे थे वो भी हार गए।
Jun 12, 2024, 19:21 IST
|
लोकसभा चुनाव 2024 में मुजफ्फरनगर सीट हारने वाली भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें अभी कम नहीं हो रही हैं। मुजफ्फरनगर सीट हारने के बाद वहां से चुनाव लड़े पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने हार के लिए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम को जिम्मेदार ठहराया, जिसे लेकर पूर्व सांसद संजीव बालियान और पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम के बीच जुबानी जंग चल रही है। वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम ने NDA गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकदल पर टिप्पणी कर सियासी तापमान बढ़ा दिया है। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और मेरठ की सरधना सीट से पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार पूर्व विधायक ने NDA गठबंधन में शामिल होकर लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी मैदान में उतरने वाली राष्ट्रीय लोकदल (RLD) पर तंज कसा। राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाने से कोई फायदा नहीं हुआ: संगीत सोम
पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम ने कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया था जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल को लेकर कहा था कि राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के भाजपा से हाथ मिलाने से कोई फायदा नहीं हुआ और हम जो सीटें जीत रहे थे वो भी हार गए। पूर्व विधायक के इस बयान के बाद सियासी पारा चढ़ गया है और पूर्व विधायक के इस बयान पर पलटवार करते हुए राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने एक वीडियो जारी कर भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और मेरठ की सरधना सीट से विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम समेत भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष किया। इतना ही नहीं रालोद (RLD) व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने ठाकुर संगीत सिंह सोम को जयचंद तक कह दिया।READ ALSO:-मेरठ : संजीव बालियान के बाद संगीत सोम ने आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा-अहंकार से हारे बालियान, मैं इतना बड़ा नेता नहीं कि मंत्री को हरवा सकूं
राष्ट्रीय लोकदल का नलका चला और पश्चिम उत्तर प्रदेश में एनडीए ने ऐतिहासिक परिणाम दिया। मुजफ्फरनगर सीट पर अगर पूर्व विधायक संगीत सोम जो स्वयं अपनी सीट 2022 में हार चुके हैं उन्होंने खुल के विरोध कर जिसके कारण वह सीट बीजेपी हारी। बाकी समीक्षा खुद भाजपा करेगी और जिन लोगों को लग रहा… pic.twitter.com/gXAuJQC4QE
— Rohit Agarwal (@rohitagarwal850) June 11, 2024
RLD-BJP गठबंधन होते ही उत्तर प्रदेश में भाजपा सुरक्षित हो गई
इस दौरान रालोद (RLD) के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने अपने जारी वीडियो में कहा कि जैसे ही उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) और भाजपा (BJP) का गठबंधन हुआ वैसे ही उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सुरक्षित हो गई। खास तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में क्योंकि राष्ट्रीय लोकदल का प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में है, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल की पकड़ मजबूत है और वहां भाजपा का एकमात्र विपक्ष राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ही था और जब सत्ता पक्ष और विपक्ष एक साथ आए तो मजबूती आना स्वाभाविक था। उन्होंने कहा कि एनडीए (NDA) गठबंधन ने उन सभी सीटों पर जीत हासिल की, जिन पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कदम रखा, जिसमें बागपत, बिजनौर, मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, फतेहपुर सीकरी, आगरा, अलवर, बीकानेर, फरीदाबाद शामिल हैं।
राष्ट्रीय लोकदल (NDA )अनुशासन समिति ने भेजा नोटिस
उन्होंने कहा कि एनडीए (NDA) गठबंधन ने उन सभी सीटों पर जीत हासिल की, जिन पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने प्रचार किया और खास तौर पर अगर मुजफ्फरनगर सीट की बात करें तो वहां कुछ लोग अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और व्यक्तिगत कुंठा के कारण राष्ट्रीय लोकदल पर आरोप लगा रहे हैं कि राष्ट्रीय लोकदल चुनाव में भाजपा का उतना साथ नहीं दे पाया। लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा के कुछ नेता खुद जिन्हें 2022 में जनता ने नकार दिया और उन्होंने अपना विधायक पद भी खो दिया, संगीत सोम जैसे नेताओं ने जयचंद का काम किया और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का खुलकर विरोध किया, जिसके कारण मुजफ्फरनगर में भारतीय जनता पार्टी की हार हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इन लोगों को खुद की समीक्षा करनी चाहिए कि अगर वे जयचंद बनकर अपनी ही पार्टी को कमजोर करेंगे तो जनता आपके अस्तित्व को भी नहीं बख्शने वाली है।
उन्होंने कहा कि एनडीए (NDA) गठबंधन ने उन सभी सीटों पर जीत हासिल की, जिन पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने प्रचार किया और खास तौर पर अगर मुजफ्फरनगर सीट की बात करें तो वहां कुछ लोग अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और व्यक्तिगत कुंठा के कारण राष्ट्रीय लोकदल पर आरोप लगा रहे हैं कि राष्ट्रीय लोकदल चुनाव में भाजपा का उतना साथ नहीं दे पाया। लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा के कुछ नेता खुद जिन्हें 2022 में जनता ने नकार दिया और उन्होंने अपना विधायक पद भी खो दिया, संगीत सोम जैसे नेताओं ने जयचंद का काम किया और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का खुलकर विरोध किया, जिसके कारण मुजफ्फरनगर में भारतीय जनता पार्टी की हार हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इन लोगों को खुद की समीक्षा करनी चाहिए कि अगर वे जयचंद बनकर अपनी ही पार्टी को कमजोर करेंगे तो जनता आपके अस्तित्व को भी नहीं बख्शने वाली है।
वहीं, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल द्वारा पूर्व भाजपा (BJP) विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम के बयान पर पलटवार करने के बाद राष्ट्रीय लोकदल अनुशासन समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री धर्मवीर सिंह बालियान ने एक पत्र जारी कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। इस पत्र में राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल को हिदायत दी गई है कि अगर वह अपने आचरण में सुधार नहीं लाते हैं तो अनुशासन बनाए रखने के लिए पार्टी की ओर से उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और मेरठ की सरधना सीट से विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के बीच प्रतिद्वंद्विता चल रही है। जिसमें पूर्व सांसद संजीव बालियान ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक संगीत सोम ने उन्हें चुनाव हरवाया और दूसरी पार्टी के प्रत्याशी को चुनाव लड़वाकर जिताया। इसी मुद्दे पर कल पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम ने प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान पर जोरदार कटाक्ष किया।
इस दौरान पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम ने राष्ट्रीय लोकदल को लेकर भी बयान दिया और कहा कि राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के भारतीय जनता पार्टी (BJP) से हाथ मिलाने से भाजपा (BJP) को कोई फायदा नहीं हुआ और जो सीटें भारतीय जनता पार्टी जीत रही थी, वो भी हार गई। इस मुद्दे पर राजनीति चरम पर है और राष्ट्रीय लोक दल के नेता ने भी इस मुद्दे पर पलटवार किया है।