मेरठ : PRV पर तैनात पुलिसकर्मी गैंग बनाकर करते थे वसूली, ऐसे हुआ पर्दाफाश...5 पुलिसकर्मी सस्पेंड
Nov 6, 2024, 21:09 IST
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उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में इन दिनों कुछ पुलिसकर्मियों की करतूतों की वजह से पूरी उत्तर प्रदेश पुलिस को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, पुलिस विभाग के कुछ पुलिसकर्मी खुद ही गिरोह बनाकर आम जनता से पैसे वसूल रहे थे। इसका खुलासा होते ही फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल कर डायल 112 पर पैसे वसूलने वाले 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, साथ ही विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।Read also:-UP : 2 पत्रकारों को निर्वस्त्र कर मारपीट के मामले में BJP नगर पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तार, सैकड़ों पत्रकार कर रहे थे गिरफ्तारी की मांग....
जानिए, क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग आम जनता को आपातकालीन सहायता के लिए डायल 112 नंबर की सुविधा दी है...ताकि आम जनता किसी भी समय पुलिस की मदद ले सके। लेकिन मेरठ में 4 पुलिसवाले और एक होमगार्ड ने इसी डायल 112 नंबर को अपनी कमाई का जरिया बना दिया और पिछले काफी समय से लोगों से अवैध वसूली कर रहे थे।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग आम जनता को आपातकालीन सहायता के लिए डायल 112 नंबर की सुविधा दी है...ताकि आम जनता किसी भी समय पुलिस की मदद ले सके। लेकिन मेरठ में 4 पुलिसवाले और एक होमगार्ड ने इसी डायल 112 नंबर को अपनी कमाई का जरिया बना दिया और पिछले काफी समय से लोगों से अवैध वसूली कर रहे थे।
पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी लगातार पूरा सिंडिकेट बनाकर सौदेबाजी और वसूली कर रहे थे। मगर, आरोपी पुलिस वालों का ये खेल ज्यादा दिन नहीं चला। वसूली करने वाले पुलिसवाले आखिरकार अपने ही जाल में फंस गए। एसएसपी मेरठ ने जांच कराई तो बड़ा खुलासा हुआ। जिसके बाद एसएसपी ने 4 पुलिसकर्मी और एक होमकार्ड को निलंबित कर दिया है।
SSP ने 5 को किया सस्पेंड, विभागीय जांच के आदेश
वहीं इस मामले में एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि ये चारों पुलिस वाले फर्जी इवेंट क्रिएट करके वसूली कर रहे थे। जांच की गई तो आरोप सही निकले, जिसके बाद चारों को सस्पेंड कर धोखाधड़ी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं ताकि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा सके, क्योंकि पुलिसकर्मियों की करतूत से पूरे पुलिस विभाग की फजीहत हो रही है।
वहीं इस मामले में एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि ये चारों पुलिस वाले फर्जी इवेंट क्रिएट करके वसूली कर रहे थे। जांच की गई तो आरोप सही निकले, जिसके बाद चारों को सस्पेंड कर धोखाधड़ी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं ताकि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा सके, क्योंकि पुलिसकर्मियों की करतूत से पूरे पुलिस विभाग की फजीहत हो रही है।