मेरठ: यात्री शेल्टर्स और 10 बस स्टॉप का होगा कायाकल्प, MDA ने शुरू की तैयारी; 1.70 करोड़ की लागत से होंगे विकास कार्य
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा के अनुरूप मेरठ शहर के 10 बस स्टॉप और यात्री आश्रय स्थलों का कायापलट कर उन्हें आधुनिक बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे न सिर्फ यात्री सुविधाओं में विकास की प्रक्रिया तेज होगी बल्कि शहर के सौंदर्यीकरण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। MDA ने इन सभी कार्यों को अवस्थापना निधि से पूरा कराने की तैयारी शुरू कर दी है।
Jul 18, 2024, 11:28 IST
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उत्तर प्रदेश में यात्री सुविधाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार लगातार राज्य में परिवहन क्षेत्र के बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है। राज्य के विभिन्न शहरों में यात्री यातायात से जुड़ी विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं पर लगातार काम चल रहा है। Read also:-Muzaffarnagar : कांवड़ यात्रा पर पुलिस का फरमान..कांवड़ मार्ग में 'सभी 'होटल-ढाबे-ठेले लिखें मालिकों व संचालकों के नाम...नहीं होगी कोई उलझन
इस लिए अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा के अनुरूप मेरठ शहर के विभिन्न मार्गों पर स्थित 10 बस स्टॉप और यात्री आश्रय स्थलों का कायाकल्प कर उन्हें आधुनिक बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे न सिर्फ यात्री सुविधाओं में विकास की प्रक्रिया में तेजी आएगी बल्कि शहर के सौंदर्यीकरण का रास्ता भी साफ होगा। मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) ने अवस्थापना निधि के जरिए इन सभी कार्यों को पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) की ओर से एकल बोली प्रक्रिया के तहत आवेदन मांगे गए हैं, ताकि एजेंसी निर्धारण की प्रक्रिया पूरी कर उसे कार्य आवंटित किया जा सके। इस विकास कार्य को पूरा करने में 1.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। विभिन्न बस स्टॉप का होगा कायाकल्प
मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) की कार्ययोजना के अनुसार जिन 10 बस स्टॉप और यात्री शेल्टरों के कायाकल्प की प्रक्रिया पूरी होनी है, उनमें विश्वविद्यालय के 2 बस स्टॉप, तेजगढ़ी बस स्टॉप, हापुड़ बस अड्डा बस स्टॉप, मेरठ मेडिकल कॉलेज के 2 बस स्टॉप, बच्चा पार्क बस स्टॉप और जीआईसी बस स्टॉप शामिल हैं।
इन सभी बस स्टॉप के यात्री शेल्टरों में विभिन्न प्रकार के विकास कार्य किए जाएंगे। इनमें सोलर सेटअप लगाया जाएगा और यहां मुख्य रूप से 6 प्रकार के विकास कार्य कराए जाएंगे। बस शेल्टर 6 मीटर लंबे और 2.5 मीटर चौड़े होंगे। इनमें मजबूत बैक सपोर्ट ग्लास लगाया जाएगा और इन्हें कर्व ट्यूब स्ट्रक्चर के रूप में बनाया जाएगा।
FRP सिटिंग सपोर्ट सिस्टम वाली बेंच लगाई जाएंगी
सभी 10 यात्री शेल्टरों में FRP सिटिंग सपोर्ट सिस्टम वाली बेंच लगाई जाएंगी। ये भारी टिकाऊपन और लंबे समय तक चलने वाली होंगी और 1750 मिमी लंबी एसएस 304 ग्रेड की बेंच होंगी। आश्रय स्थलों की छत को 8 एमएम मल्टी वॉल पॉलीकार्बोनेट शीट से ढका जाएगा।
सभी 10 यात्री शेल्टरों में FRP सिटिंग सपोर्ट सिस्टम वाली बेंच लगाई जाएंगी। ये भारी टिकाऊपन और लंबे समय तक चलने वाली होंगी और 1750 मिमी लंबी एसएस 304 ग्रेड की बेंच होंगी। आश्रय स्थलों की छत को 8 एमएम मल्टी वॉल पॉलीकार्बोनेट शीट से ढका जाएगा।
इतना ही नहीं छत पर फॉल्स सीलिंग भी लगाई जाएगी, जिसे 1 mm ACP शीट से ढका जाएगा। सभी बस स्टॉप और यात्री आश्रय स्थलों पर आईपी 67 मानक की एलईडी लाइटें भी लगाई जाएंगी और एक किलोवाट क्षमता का ऑन ग्रिड सोलर इन्वर्टर सिस्टम भी लगाया जाएगा, जिससे प्रकाश व्यवस्था को सौर ऊर्जा आधारित बनाने में मदद मिलेगी।