मेरठ: हैवान पति ने पेट्रोल डालकर पत्नी को किया घर में बंद, लगाई आग, पत्नी बच्चों समेत बाल-बाल बची
कंकरखेड़ा के अमोलिक कॉलोनी में शराब के आदी पति की हैवानियत, पत्नी ने दो बेटियों के साथ पीछे के दरवाजे से भागकर बचाई जान, आरोपी फरार।
Mar 17, 2025, 01:30 IST
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मेरठ: मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित अमोलिक कॉलोनी में रविवार दोपहर एक खौफनाक घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। यहां एक टेलर ने अपनी पत्नी पर कथित तौर पर पेट्रोल डालकर उसे अपने दो मासूम बच्चों के साथ दो मंजिला मकान में बंद कर दिया और फिर बाहर से आग लगा दी। हालांकि, पीड़िता अपनी सूझबूझ और साहस से अपनी दोनों बेटियों के साथ घर के पिछले दरवाजे से निकलने में कामयाब रही और इस तरह तीनों की जान बाल-बाल बच गई। आरोपी पति घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गया।READ ALSO:-बिजनौर: धामपुर में BJP जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान का भव्य स्वागत, कार्यकर्ताओं में दिखा भारी उत्साह
अमोलिक कॉलोनी में रहने वाला भूपेंद्र पेशे से टेलर है। उसकी शादी करीब 10 साल पहले निधि से हुई थी। पड़ोसियों और परिजनों के अनुसार, भूपेंद्र शराब का आदी है और अक्सर शराब के नशे में अपनी पत्नी निधि के साथ मारपीट करता था और उससे पैसों की मांग करता था। रविवार दोपहर करीब 2 बजे भूपेंद्र शराब पीकर घर आया और उसने निधि से पैसों की मांग शुरू कर दी। जब निधि ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो भूपेंद्र आपा खो बैठा और उसने अपनी बाइक से पेट्रोल निकाला। इसके बाद उसने निधि पर पेट्रोल छिड़क दिया और उसे अपनी दो छोटी बेटियों, आन्या और नव्या, के साथ घर के अंदर बंद कर दिया।
अपनी हैवानियत की हदें पार करते हुए भूपेंद्र ने मकान के मुख्य गेट के बाहर और खिड़की पर भी पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। मकान में आग की लपटें उठती देख कॉलोनी में अफरा-तफरी मच गई। आग की तेज लपटें और धुएं को देखकर पड़ोसी तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्होंने तत्काल पुलिस और दमकल विभाग को घटना की सूचना दी। इसके साथ ही, पड़ोसियों ने अपनी तरफ से भी आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया।
उधर, मकान के अंदर फंसी निधि ने अपनी जान बचाने और अपने बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए हिम्मत दिखाई। उसने तुरंत अपनी दोनों बेटियों को उठाया और घर के पिछले दरवाजे की ओर भागी। सौभाग्य से, दरवाजा खुला हुआ था और निधि अपनी दोनों बेटियों को लेकर सुरक्षित रूप से बाहर निकल गई और सीधे अपने मायके चली गई, जो कि शिवलोक कॉलोनी में स्थित है।
दमकल विभाग की टीम को सूचना मिलने के करीब 20 मिनट बाद मौके पर पहुंची। संकरी गली होने के कारण दमकल कर्मियों को आग बुझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्हें आग बुझाने के लिए लगभग 500 मीटर की दूरी से वाटर पाइप को घर तक लाना पड़ा। फायर सर्विस टीम की दो गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर लगभग 30 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक मकान का ज्यादातर हिस्सा और उसमें रखा सामान जलकर राख हो गया था।
आग बुझने के बाद पुलिस ने मकान के अंदर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। इसी दौरान निधि अपने मायके वालों के साथ वापस घटनास्थल पर पहुंची। अपने घर की जली हुई हालत देखकर वह बेसुध हो गई। उसने पुलिस को बताया कि उसके पति भूपेंद्र ने उसे और उसकी बेटियों को जिंदा जलाने की कोशिश की थी। निधि ने बताया कि उसका पति उससे लगातार पैसों की मांग कर रहा था और वह एक साइको किस्म का व्यक्ति है, जिसे यह भी होश नहीं रहता कि वह क्या कर रहा है और उसके क्या परिणाम हो सकते हैं। उसने कहा कि आज भी उसके पति ने उसे और उसकी दो बेटियों को मारने के लिए ही यह कदम उठाया था।
निधि की मां रीमा ने बताया कि उनके दामाद भूपेंद्र ने ही आग लगाई है और घटना के समय वह शराब के नशे में था। उन्होंने बताया कि भूपेंद्र अक्सर उनकी बेटी को मारता-पीटता था और कुछ दिन पहले वे निधि को अपने घर ले गए थे, लेकिन भूपेंद्र उसे वापस मायके से ले आया था। रीमा ने कहा कि आज उसने उनकी बेटी को जिंदा जलाने की कोशिश की और किसी तरह उनकी बेटी और नातिनें बच गईं। अगर वे समय रहते घर से नहीं भागतीं तो उनकी जान जा सकती थी।
पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी भूपेंद्र की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है और लोग आरोपी के इस घिनौने कृत्य की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
