मेरठ: सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान का थाना प्रभारी संग फर्जी डांस वीडियो वायरल, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

AI जनरेटेड वीडियो से पुलिस महकमे में हड़कंप, इंस्पेक्टर की छवि खराब, साइबर थाने में जांच शुरू
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MRT
मेरठ में अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या के आरोप में जेल में बंद मुस्कान रस्तोगी से जुड़ा एक नया विवाद सामने आया है। सोशल मीडिया पर मुस्कान और ब्रह्मपुरी थाने के थाना प्रभारी का एक कथित फर्जी वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का उपयोग करके बनाया गया बताया जा रहा है, जिसमें दोनों को एक साथ डांस करते हुए दिखाया गया है। इस आपत्तिजनक वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है और आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।READ ALSO:-मेरठ में औरंगजेब की निशानियां मिटेंगी, दो मोहल्लों के नाम बदलने का ऐलान, CM योगी को भेजा गया मुजफ्फरनगर का नाम बदलने का प्रस्ताव

 

ब्रह्मपुरी थाने में दर्ज हुआ मुकदमा, इंस्टाग्राम यूजर के खिलाफ कार्रवाई
सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। इस मामले में ब्रह्मपुरी थाने के एसएसआइ कर्मवीर की तरफ से एक शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत के अनुसार, 'प्रियांशु रोक्स' नामक एक इंस्टाग्राम आईडी से एक वीडियो अपलोड किया गया है। इस वीडियो में सौरभ हत्याकांड की मुख्य आरोपी मुस्कान के साथ ब्रह्मपुरी थाने के इंस्पेक्टर को डांस करते हुए दिखाया गया है। एसएसआइ की शिकायत पर इंस्टाग्राम यूजर 'प्रियांशु रोक्स' के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

 

आपत्तिजनक वीडियो से इंस्पेक्टर की छवि धूमिल, साइबर थाने को सौंपी गई जांच
यह आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद ब्रह्मपुरी थाने के इंस्पेक्टर की छवि बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। वीडियो में वर्दी पहने हुए इंस्पेक्टर को एक महिला आरोपी के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है, जिससे पुलिस विभाग की प्रतिष्ठा पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुकदमा दर्ज करने के तुरंत बाद इसकी जांच साइबर थाने को सौंप दी गई है। साइबर पुलिस अब इस वीडियो की सत्यता और इसे बनाने वाले व्यक्ति की पहचान करने में जुट गई है।

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वीडियो बनाने और अपलोड करने वालों की तलाश में जुटी पुलिस
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वर्दी पहने हुए इंस्पेक्टर का वीडियो बनाकर उसे गलत तरीके से सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वीडियो बनाने वाले और उसे अपलोड करने वाले दोनों ही व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस जल्द ही आरोपी का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करेगी और जेल भेजेगी। पुलिस इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस फर्जी वीडियो को बनाने और वायरल करने के पीछे क्या मकसद था।
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