मेरठ : गन्ना समिति चुनाव में साजिश! 400 से ज्यादा नामांकन पत्र निरस्त, भाकियू ने किया हंगामा, पूरी रात थाने में दिया धरना
मेरठ में गन्ना समिति प्रतिनिधि चुनाव में गहरी साजिश के आरोप लग रहे हैं। स्क्रूटनी के दौरान 400 से ज्यादा पर्चियां निरस्त होने से नाराज भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने हंगामा किया। किसानों ने धरना देकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
Sep 28, 2024, 17:39 IST
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उत्तर प्रदेश के मेरठ में गन्ना समिति डेलीगेट्स के चुनाव में किसानों के नामांकन पत्र निरस्त कर दिए गए। इससे नाराज किसानों और बीकेयू कार्यकर्ताओं ने पूरी रात थाने पर धरना दिया। देर रात एसएसपी डॉ. विपिन ताडा किसानों को मनाने पहुंचे। वह हाथ जोड़कर किसानों को मनाते रहे। मोहिउद्दीनपुर में शुक्रवार को गन्ना समिति चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी। READ ALSO:-UP : फेक पासपोर्ट मामले की जांच के लिए NIA मेरठ पहुंची; गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी
जांच में 400 से ज्यादा नामांकन पत्र निरस्त किए गए हैं। इसको लेकर किसानों ने हंगामा किया है। किसानों का कहना है कि सत्ताधारी पार्टी चुनाव नहीं कराना चाहती है। इसलिए उसने पूरे चुनाव को अपने नियंत्रण में लेकर हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है। इसीलिए सभी किसानों के नामांकन पत्र निरस्त कर दिए गए हैं।
बता दें, मेरठ में गन्ना समिति डेलीगेट्स की चुनाव प्रक्रिया चल रही है। 80 गांवों में 160 पदों (हर गांव में 2 पद) के लिए चुनाव होने हैं। मोहिउद्दीनपुर में शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी। चुनाव में भाजपा, भाकियू व अन्य दलों के प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। स्क्रूटनी में कई किसानों व भाकियू सदस्यों के नामांकन पत्र निरस्त कर दिए गए। नामांकन पत्र निरस्त होने पर भाकियू नेता भड़क गए। नामांकन पत्र निरस्त होने पर किसानों ने हंगामा किया और आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के दबाव में किसानों के नामांकन पत्र निरस्त किए गए हैं। हंगामे के बीच भाकियू नेता विजयपाल घोपला किसानों के साथ धरने पर बैठ गए।
विजयपाल घोपला ने कहा कि सत्ता पक्ष भाजपा के इशारे पर सभी विपक्षी दलों के नामांकन पत्र निरस्त किए गए हैं। भाजपा के किसी भी प्रत्याशी का नामांकन पत्र निरस्त नहीं किया गया है। यह सरकार शुरू से ही किसान विरोधी रही है। आज किसानों के नामांकन पत्र निरस्त कर पूरा चुनाव निर्विरोध कराने की तैयारी कर ली गई है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। यदि हमारे नामांकन पत्र बहाल नहीं किए गए तो हम यहीं धरने पर बैठेंगे।
हंगामे व किसानों के आक्रोश की सूचना मिलने पर एडीएम सिटी, सीओ व पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। किसानों को समझाकर शांत किया गया। भाकियू नेताओं ने बताया कि किसानों ने प्रतिनिधि पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था। सभी किसानों की पर्चियां निरस्त कर दी गई हैं।
सत्ता पक्ष के दबाव में जिनकी पर्चियां स्वीकृत की गई हैं, वे गन्ना माफिया हैं। इनके खिलाफ हमने पहले भी शिकायत की है। फर्जी पर्चियां जारी करने के मामले में ये पहले भी दोषी साबित हो चुके हैं। एसएसपी विपिन ताडा का कहना है कि किसानों से वार्ता की जा रही है। जल्द ही कोई समाधान निकलेगा।
बरेली में भी धांधली, किसानों ने मीरगंज तहसील गेट पर किया प्रदर्शन
बरेली गन्ना समिति चुनाव में भी धांधली के आरोप लगे हैं। इसके विरोध में गन्ना किसानों ने मीरगंज तहसील कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं।
बरेली गन्ना समिति चुनाव में भी धांधली के आरोप लगे हैं। इसके विरोध में गन्ना किसानों ने मीरगंज तहसील कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं।
प्रदर्शनकारियों ने तहसील गेट के सामने धरना देकर क्षेत्रीय विधायक डॉ. डीसी वर्मा के खिलाफ भी नाराजगी जताई और मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की गई। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। किसानों ने समस्या का समाधान होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।