UP : फेक पासपोर्ट मामले की जांच के लिए NIA मेरठ पहुंची; गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी
गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के खिलाफ करोड़ों रुपए की रंगदारी मांगने का मामला दर्ज हुआ था। राहुल और महेंद्र लॉरेंस के इशारे पर राजस्थान में कई संगीन वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। बीकानेर पुलिस ने जब दोनों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी तो आरोपी फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गए।
Sep 28, 2024, 16:26 IST
|
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के फर्जी पासपोर्ट बनाकर विदेश भागने के मामले में जांच एजेंसी चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। इस संबंध में एनआईए की टीम ने शुक्रवार को मीरुत के कंकरखेड़ा थाने पहुंचकर जांच की। कंकरखेड़ा थाने की रिपोर्ट पर फर्जी पासपोर्ट बनाए गए थे। इस मामले में पुलिस ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। READ ALSO:-मेरठ : चोरों के हौसले बुलंद, रियल एस्टेट कारोबारी के घर से 50 लाख की चोरी, CCTV में कैद हुई वारदात
बता दें कि गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के खिलाफ करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगने का मामला दर्ज हुआ था।
राहुल और महेंद्र लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर राजस्थान में कई संगीन वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। बता दें कि बीकानेर पुलिस ने जब दोनों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी तो आरोपी फर्जी पासपोर्ट बनाकर दुबई भाग गए।
बीकानेर क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला कि दोनों के पासपोर्ट कंकरखेड़ा श्रद्धापुरी के पते पर बने हैं। इस मामले में बीकानेर की श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस ने सुभाषपुरी में साइबर कैफे और गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस के पास कैफे चलाने वाले राजू वैद्य को गिरफ्तार किया था।
राजू ने बताया था कि उसने राहुल और महेंद्र के फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार कर उनके पासपोर्ट आवेदन तुरंत करवा दिए थे। आवेदन के समय राजू ने अपना मोबाइल नंबर भरा था। इस नंबर पर कंकरखेड़ा थाने से कॉल की गई और बिना मौके पर जाए ही फर्जी पते का सत्यापन कर लिया गया। गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस से लेकर कंकरखेड़ा थाने और लखनऊ तक फर्जी दस्तावेजों पर मुहर लग गई।