कांवड़ यात्रा 2024 : कांवड़ यात्रा के दौरान खुला रहेगा मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे, मेरठ के दिल्ली रोड पर वन-वे व्यवस्था रहेगी लागू

22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने शनिवार को मेरठ में यूपी के अलावा चार राज्यों (Delhi, Haryana, Uttarakhand and Rajasthan) के अफसरों के साथ प्लान बनाया। बताया गया कि यात्रा के दौरान मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे निजी वाहनों के लिए खुला रहेगा। मेरठ में दिल्ली रोड पर वन-वे व्यवस्था लागू रहेगी।
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 22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने शनिवार को मेरठ में उत्तर प्रदेश के अलावा चार राज्यों (Delhi, Haryana, Uttarakhand and Rajasthan) के अफसरों के साथ कार्ययोजना बनाई। READ ALSO:-बीमा क्लेम के लिए चेहरे के साथ बीमार अंग की तस्वीर भेजने की सरकारी स्कीम पर बवाल, ऐसे में प्राइवेट पार्ट की तस्वीर भेजना भी जरूरी!

 

  • मुख्य सचिव ने बताया कि यात्रा के दौरान मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे निजी वाहनों के लिए खुला रहेगा। मेरठ में दिल्ली रोड पर वन-वे व्यवस्था लागू रहेगी। इससे शहरवासी निजी वाहनों से एक्सप्रेस-वे पर आ-जा सकेंगे। एक्सप्रेस-वे पर डाक कांवड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

  • हरिद्वार से दिल्ली जाने वाले कांवड़िए एनएच-58 से ही जा सकेंगे। दिल्ली-दून हाईवे पर सिंगल रूट व्यवस्था 25 जुलाई से लागू होगी। 27 जुलाई से सभी कांवड़ मार्गों पर रूट डायवर्जन होगा। एक अगस्त से हाईवे पूरी तरह बंद हो जाएगा।

  • 22 जुलाई से ही हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर भारी वाहनों को रोक दिया जाएगा। दो अगस्त को जलाभिषेक के बाद रात में रास्ते खोल दिए जाएंगे। हरिद्वार और दिल्ली के बीच आठ कंट्रोल रूम बनाकर गहन निगरानी की जाएगी। सीसीटीवी कैमरों को अफसरों के मोबाइल से जोड़कर कांवड़ मार्ग पर हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। 

  • कांवड़ियों में अनुशासन और समन्वय बनाए रखने के लिए देशभक्ति के नारे और प्रतीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। मुख्य सचिव मनोज कुमार ने बताया कि कांवड़ियों के लिए पहचान पत्र अनिवार्य होगा, जिसमें परिजनों के फोन नंबर भी दर्ज होंगे।

 


अधिकांश कांवड़ यात्री गंगनहर से होकर गुजरेंगे 
उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के आला अफसरों ने कमिश्नर सभागार में समीक्षा बैठक की। पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस बार भी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। खास तौर पर मेरठ के औघड़नाथ मंदिर, बागपत के पुरा महादेव मंदिर और गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में पुष्प वर्षा की जाएगी। सिविल पुलिस के अलावा पीएसी और अर्धसैनिक बलों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। 

 

शहर में निर्बाध यातायात पर डीजीपी ने कहा कि इस बार अधिकांश कांवड़ियों को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच गंगनहर पटरी से निकाला जाएगा। मेरठ-नई दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर निजी वाहनों का संचालन जारी रहेगा, ताकि कांवड़ और शहर दोनों एक साथ चले। प्रेस वार्ता के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी ने औघड़नाथ मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक किया।

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उत्तर प्रदेश पुलिस उत्तराखंड में भी रहेगी 
इस बार उत्तराखंड में भी उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। वे हरिद्वार से ही व्यवस्था बनाकर कांवड़ियों को यूपी की सीमा में प्रवेश कराएंगे। चिकित्सा सेवाओं के लिए छोटे-बड़े वाहनों की व्यवस्था की गई है।

 

पिछले साल मेरठ के रैली चौहान में डीजे (Music System) के बिजली की लाइन से टकराने से छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार डीजे की ऊंचाई 12 फीट और चौड़ाई 16 फीट से अधिक होने पर कार्रवाई की जाएगी। ध्वनि 75 डेसिबल से अधिक नहीं होगी।

 

हर चेकिंग प्वाइंट पर पता चलेगी संख्या
इस बार हरिद्वार से दिल्ली तक बनाए गए आठ कंट्रोल प्वाइंट पर भी कांवड़ियों की गिनती होगी। पहले सिर्फ हरिद्वार से जाने वाले कांवड़ियों की गिनती होती थी। इस बार सभी प्वाइंट पर कांवड़ियों की गिनती होगी।
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