छपरौला रोड पर 13 साल बाद रेलवे ओवरब्रिज बनकर तैयार, ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़ और सहारनपुर पहुंचना होगा आसान
गाजियाबाद को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने वाला छपरौला रेलवे ओवरब्रिज आखिरकार बनकर तैयार हो गया है और अब यह ओवरब्रिज यातायात के लिए खुल चुका है। इस ओवरब्रिज के बनने से गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा करने वाले लोगों को अब रेलवे फाटक पर घंटों जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। इस ओवरब्रिज का निर्माण लगभग 13 सालों से लटका हुआ था, लेकिन अब इसके बनने से न केवल गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा बल्कि उत्तर प्रदेश के कई अन्य शहरों के यात्रियों को भी सहूलियत मिलेगी।
Mar 19, 2025, 09:30 IST
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गाजियाबाद को जोड़ने वाले छपरौला रोड पर आखिरकार रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और इस पर वाहनों का आवागमन भी शुरू हो गया है। इस ओवरब्रिज के बनने से गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद आने-जाने वाले लोगों को अब रेलवे फाटक पर घंटों तक लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश के कई अन्य शहरों तक भी पहुंच आसान हो जाएगी। इस ओवरब्रिज का लोगों को लगभग 13 वर्षों से इंतजार था।READ ALSO:-आधार और वोटर आईडी लिंक करने को चुनाव आयोग ने दी मंजूरी, फर्जी वोटरों पर लगेगी लगाम
दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर छपरौला फाटक के पास आरओबी बनाने के लिए भारतीय रेलवे और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच वर्ष 2012-13 में समझौता हुआ था। इस परियोजना की कुल लागत 84.43 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 38.25 करोड़ रुपये रेलवे को देने थे, जबकि 46.18 करोड़ रुपये का खर्च प्रदेश सरकार को वहन करना था। रेलवे ने ओवरब्रिज का निर्माण वर्ष 2019 में ही पूरा कर लिया था, लेकिन लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा अप्रोच रोड का निर्माण नहीं किए जाने के कारण कार्य रुका रहा।
लगभग चार साल तक अधूरा रहने के बाद, रेलवे बोर्ड ने इस काम को पूरा करने के लिए एक नई नीति बनाई। इसके तहत यह निर्णय लिया गया कि टू-लेन रोड ओवरब्रिज का पूरा निर्माण रेलवे प्रशासन द्वारा ही कराया जाएगा। इस निर्णय के बाद यहां की बाधा दूर हुई और अब इस ओवरब्रिज पर वाहन दौड़ने लगे हैं। हालांकि, ओवरब्रिज पर अभी कुछ काम बाकी है, जिसे जल्द ही पूरा करने का दावा किया जा रहा है।
इस फाटक पर ओवरब्रिज बनने के बाद अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट से लोग सिकंदराबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ होते हुए गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर और जीटी रोड सहित कई शहरों में आसानी से जा सकेंगे। पहले छपरौला रेलवे फाटक के कारण उन्हें घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ता था। इस ओवरब्रिज के शुरू होने से छपरौला और उसके आसपास के गांवों और रिहायशी सेक्टरों में रहने वाले लगभग 6 लाख लोगों को अब जाम की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।
जाम से बचने के लिए रोजाना लाखों लोग शाहबेरी और दादरी से होकर गुजरते थे, जिससे उन्हें अधिक दूरी तय करनी पड़ती थी। पहले इस रोड पर बड़े वाहनों का दबाव अधिक होने के कारण अक्सर जाम लग जाता था और ट्रेन के नजदीक होने के कारण अधिकतर फाटक बंद रहते थे, जिससे जाम कई किलोमीटर तक फैल जाता था। लेकिन अब इस ओवरब्रिज के चालू होने से लोगों को इस समस्या से स्थायी रूप से निजात मिल जाएगी।