बिजनौर: जूता छिपाई की रस्म बनी जंग का मैदान, 15 हजार की मांग पर टूटी शादी, बिना दुल्हन लौटी बारात
दो बहनों की शादी में साली से नेग को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट तक पहुंच गया, पुलिस ने कराया समझौता, लेकिन दुल्हन नहीं जा सकी ससुराल
Apr 15, 2025, 01:05 IST
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बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक ऐसी हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जिसने शादी जैसे पवित्र बंधन को भी शर्मसार कर दिया। यहां दो बहनों की शादी के दौरान जूता छिपाई की रस्म में साली (दुल्हन की बहन) द्वारा मांगे गए नेग की रकम को लेकर ऐसा विवाद हुआ कि बात मारपीट तक पहुंच गई और अंततः एक दुल्हन को बिना ससुराल जाए ही रह जाना पड़ा। यह घटना बिजनौर में रविवार को हुई, जब दो युवतियों का निकाह था और एक बारात नजीबाबाद से आई थी।READ ALSO:-ग्रेटर नोएडा वेस्ट: शाहबेरी मार्ग चौड़ीकरण में देरी, 2 लाख लोग जाम से परेशान! अब मई तक का इंतज़ार
बारात का धूमधाम से स्वागत हुआ और बारातियों ने भोजन भी ग्रहण किया। इसके बाद जब जूता छिपाई की रस्म की बारी आई, तो पहली दुल्हन की बहन ने दूल्हे से परंपरा के अनुसार नेग की मांग की। दूल्हे ने खुशी-खुशी 15 हजार रुपये साली को दे दिए, जिससे माहौल खुशनुमा बना रहा। लेकिन, जब दूसरी दुल्हन की बहन ने दूसरे दूल्हे से भी इसी रस्म में 15 हजार रुपये का नेग मांगा, तो दूल्हे ने केवल 2100 रुपये ही दिए। इतनी बड़ी रकम के अंतर को देखकर दुल्हन की बहन नाराज हो गई और उसने इस पर आपत्ति जताई, जिससे दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई।
मामला यहीं नहीं थमा। कम रकम मिलने पर दुल्हन की बहन और दूल्हे के बीच बहस बढ़ती चली गई और देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि दुल्हन और दूल्हा पक्ष के लोग एक-दूसरे पर लात-घूंसे बरसाने लगे। शादी का खुशनुमा माहौल पल भर में तनाव और हंगामे में बदल गया।
गुस्साए दुल्हन पक्ष के लोगों ने कथित तौर पर बरातियों को बंधक बना लिया, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। मारपीट और हंगामे की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराने का प्रयास किया। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों के कुछ लोगों को हिरासत में लिया और उन्हें थाने ले गई। थाने में दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक बातचीत और सुलह की कोशिशें चलती रहीं। आखिरकार, दोनों पक्षों के बीच इस बात पर समझौता हुआ कि दूल्हा पक्ष शादी में हुए खर्च का भुगतान करेगा। इस समझौते के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को छोड़ दिया।
हालांकि, इस अप्रिय घटना के बाद शादी का माहौल पूरी तरह से बिगड़ चुका था। दुल्हन पक्ष के लोगों ने इस घटना से आहत होकर अपनी बेटी को बारात के साथ भेजने से इनकार कर दिया। परिणामस्वरूप, नजीबाबाद से आई बारात को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा। इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए स्थानीय थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि इस संबंध में किसी भी पक्ष ने थाने में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है, लेकिन शादी का न हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह घटना पूरे बिजनौर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां एक मामूली रस्म में पैसों को लेकर हुए विवाद ने एक शादी को टूटने के कगार पर पहुंचा दिया।
