ग्रेटर नोएडा वेस्ट: शाहबेरी मार्ग चौड़ीकरण में देरी, 2 लाख लोग जाम से परेशान! अब मई तक का इंतज़ार
25 मार्च से शुरू हुआ था काम, ग्रेनो अथॉरिटी ने किया था 20 दिन में पूरा करने का वादा; अब और 20 दिन की डेडलाइन, लेकिन असलियत में दो महीने लग सकते हैं
Apr 14, 2025, 21:30 IST
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी मार्ग पर 25 मार्च से शुरू हुआ चौड़ीकरण का कार्य अब स्थानीय निवासियों के लिए एक लंबी और कष्टदायक प्रतीक्षा बन गया है। ग्रेनो अथॉरिटी ने बड़े जोर-शोर से दावा किया था कि इस महत्वपूर्ण परियोजना को महज 20 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा, जिसके चलते पूरे इलाके में रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया था। इस वादे के टूटने के बाद अब दो लाख से अधिक की आबादी रोजाना भीषण ट्रैफिक जाम से जूझ रही है। ताजा जानकारी के अनुसार, अथॉरिटी का कहना है कि इस कार्य को पूरा होने में अभी कम से कम 20 दिन और लग सकते हैं, जबकि जमीनी हकीकत और काम की सुस्त रफ्तार को देखते हुए स्थानीय लोगों का मानना है कि इसमें दो महीने से भी ज्यादा का समय लग सकता है।READ ALSO:-प्यार में पार की हदें: गर्लफ्रेंड को सूटकेस में पैक कर बॉयज़ हॉस्टल ले गया आशिक, लड़की की एक चीख ने खोल दी पोल-Video
गौरतलब है कि शाहबेरी मार्ग, जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट के कई महत्वपूर्ण रिहायशी इलाकों को आपस में जोड़ता है, के चौड़ीकरण का कार्य 25 मार्च को शुरू हुआ था। लेकिन, मौके पर मौजूद मजदूरों की बेहद कम संख्या और काम की धीमी गति ने शुरुआत से ही अथॉरिटी के दावों पर सवाल खड़े कर दिए थे। अधिकारियों का तर्क है कि सड़क के दोनों तरफ नालों का निर्माण भी साथ में किया जा रहा है, जिसके कारण काम में अतिरिक्त समय लग रहा है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के एक अनाम अधिकारी ने बताया कि क्रॉसिंग रिपब्लिक तक दोनों ओर चौड़ीकरण और नाले का निर्माण जारी है और अथॉरिटी काम को तेजी के साथ पूरा करने का प्रयास कर रही है।
इस चौड़ीकरण कार्य के कारण शाहबेरी मार्ग पर स्थित बालाजी एन्क्लेव और वृंदावन गार्डन सोसायटी जैसे बड़े रिहायशी परिसरों के मुख्य प्रवेश द्वार फिलहाल बंद कर दिए गए हैं। इस वजह से इन सोसायटियों में रहने वाले लगभग 20 हजार लोगों को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी आकाश और नसीम जैसे कई लोगों का कहना है कि पहले जहां उन्हें नोएडा, ग्रेटर नोएडा या गाजियाबाद जाने के लिए केवल 500 मीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी, अब उन्हें मजबूरन 6 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, क्रॉसिंग रिपब्लिक से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर जाने वाले लोगों को भी काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है।
शाहबेरी मार्ग की वर्तमान स्थिति की बात करें तो, गोलचक्कर से लेकर क्रॉसिंग रिपब्लिक तक इस मार्ग की चौड़ाई महज 3 मीटर है। एक ही लेन की सड़क होने के कारण यहां सामान्य दिनों में भी अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती थी। अब, चौड़ीकरण कार्य के चलते और दोनों तरफ से एंट्री गेट बंद होने के कारण ट्रैफिक का दबाव और भी बढ़ गया है। सुबह और शाम के समय यहां घंटों लंबा जाम लगना आम बात हो गई है, जिससे लोगों को अपने काम पर पहुंचने और घर लौटने में काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि अथॉरिटी कम से कम एक तरफ की सड़क को ही वाहनों के लिए खोल दे, तो जाम की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है, लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
हालांकि, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के महाप्रबंधक परियोजना ए.के. सिंह ने दावा किया है कि शाहबेरी मार्ग के चौड़ीकरण का काम तेज गति से किया जा रहा है और इस कार्य में अभी लगभग 20 दिन और लग सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह महत्वपूर्ण परियोजना मई के पहले सप्ताह तक पूरी हो जाएगी और इसके बाद लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। उन्होंने निवासियों को भरोसा दिलाया कि अथॉरिटी इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बहरहाल, अथॉरिटी के दावों के बावजूद, स्थानीय निवासियों को काम की धीमी गति और बार-बार बढ़ रही समय सीमा पर संदेह है। उन्हें डर है कि यह परियोजना और भी लंबा खिंच सकती है, जिससे उन्हें आने वाले कई हफ्तों तक ट्रैफिक जाम की परेशानी झेलनी पड़ेगी। शाहबेरी मार्ग का चौड़ीकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, लेकिन इसके कार्यान्वयन में हो रही देरी और निवासियों को हो रही असुविधा निश्चित रूप से एक चिंता का विषय है।
