बिजनौर: नहीं थम रहे आदमखोर तेंदुए के हमले, ग्रामीण चिंतित, वन विभाग की विशेषज्ञ टीम ने लगाए पिंजरे और ट्रैप कैमरे
Updated: Jul 24, 2024, 19:10 IST
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बिजनौर जिले में तेंदुए के हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन खामोश रहने के बाद तेंदुआ फिर किसी पर हमला कर उसे मार देता है। तेंदुए के हमलों से ग्रामीण इतने परेशान हैं कि अब वे खेतों में जाने से भी डरने लगे हैं। वन विभाग ने मुरादाबाद और बरेली से विशेषज्ञों की टीम बुलाकर तेंदुए को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया है।READ ALSO:- Bijnor : एक दूसरे को बचाने के प्रयास में नदी की तेज धारा में बह गए तीन सगे भाई, तलाश में जुटी पुलिस और पीएसी की टीम, खेत में काम कर लौट रहे थे घर
दरअसल कुछ दिन खामोश रहने के बाद आदमखोर तेंदुआ फिर सक्रिय हो गया है। और यहां रहने वाले लोगों की जान का दुश्मन बन बैठा है। ताजा मामला बिजनौर के हीमपुर दीपा क्षेत्र का है। जहां गांव पिलाना में सोमवार को गांव की रहने वाली बबीता अपनी 15 वर्षीय बेटी सलोनी और अन्य महिलाओं के साथ घास काटने के लिए जंगल गई थी।
चारा काटते समय अचानक तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर दिया। बेटी की चीख सुनकर मां वहां दौड़ी और तेंदुए से भिड़ गई। बेटी को तेंदुए के जबड़े से छीन लिया, लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। बच्ची की मौत से घर में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
विशेषज्ञ टीम बुलाकर कैमरे लगवाए
बच्ची की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर हंगामा किया। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए मुरादाबाद और बरेली से विशेषज्ञ टीम बुलाई और गांव में पिंजरा लगवाया।
बच्ची की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर हंगामा किया। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए मुरादाबाद और बरेली से विशेषज्ञ टीम बुलाई और गांव में पिंजरा लगवाया।
अतिरिक्त पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाने के आदेश
मुरादाबाद से विभागीय विशेषज्ञ टीम में शामिल क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर आदमखोर तेंदुए के पदचिह्नों के आधार पर जांच की। कांबिंग के दौरान तेंदुए को पकड़ने के लिए उपयुक्त स्थान की भी जांच की गई। टीम में शामिल वन क्षेत्राधिकारी दुष्यंत मावी को प्रभावित क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाने के आदेश दिए।
मुरादाबाद से विभागीय विशेषज्ञ टीम में शामिल क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर आदमखोर तेंदुए के पदचिह्नों के आधार पर जांच की। कांबिंग के दौरान तेंदुए को पकड़ने के लिए उपयुक्त स्थान की भी जांच की गई। टीम में शामिल वन क्षेत्राधिकारी दुष्यंत मावी को प्रभावित क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाने के आदेश दिए।