Porn Star Yasmeena Ali: पढ़ाई से रोका तो 9 साल की उम्र में छोड़ दिया देश, फिर बन गईं Afganistan की पहली पॉर्न स्टार

Afghanistan porn star Yasmeena Ali: यासमीना अली (Yasmeena Ali) ने 9 साल की उम्र में अफगानिस्‍तान (Afghanistan) सपरिवार छोड़ दिया था. इसके बाद वह ब्रिटेन आ गईं. यहीं आकर उन्‍होंने अपनी पढ़ाई की. तालिबान के 90 के दशक के शासन काल की उन्‍होंने कलई खोली है.

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Yasmeena Ali
Porn Star Yasmeena Ali: अफगानिस्तान की इकलौती पाॅर्न स्टार यासमीना अली (Yasmeena Ali) ने तालिबान के क्रूर शासन को लेकर खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तन में उन्हें पढ़ाई से रोका गया। पुरुषों के बिना महिलाएं और लड़कियां घर से बाहर नहीं निकल सकतीं। हमेशा पर्दे में रहना पड़ा। 9 साल की उम्र में यासमीना ने परिवार समेत देश छोड़ दिया और ब्रिटेन आ गईं। यहां उन्हें सेक्स एजुकेशन के बारे में पढ़ाया गया और इसके बाद वो पॉर्न इंडस्ट्री में चली गईं। दरअसल, यासमीना ने ये सारी बातें 'I Hate Porn Podcast' के तहत Tommie McDonald से शेयर कीं। यासमीना अली (Yasmeena Ali) ने इस इंटरव्‍यू ((Yasmeena Ali Interview) में बताया कि उनकी आज की जिंदगी और बचपन की जिंदगी में जमीन-आसमान का अंतर है।

 

Yasmeena Ali के तालिबान पर खुलासे रोंगटे खड़े करने वाले

Yasmeena Ali अफगानिस्तान की फेमस पॉर्न स्टार और सेक्स एक्टिविस्ट हैं। यासमीना अली के हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में तालिबान पर खुलासे रोंगटे खड़े करने वाले हैं। उनकी जिंदगी इतना कुछ हुआ जो कोई सपने में भी नहीं सोच सकता। यासमीन अली ने बताया कि 1990 के दशक में जब तालिबान ने पहली बार सत्ता हासिल की। छोटी सी उम्र में उसे पता लग गया कि तालिबानी शासकों और हिंसक पुरुषों की नज़र में औरत की क्या अहमियत है। यासमीना के मुताबिक तालिबान खुद को औरत के शरीर का मालिक समझते हैं। उसने कहा कि तालिबान ने उसकी स्वतंत्रता और अरमानों का दमन किया था। 

 

मैं अफगानिस्तान की अकेली Porn Star हूं

Yasmeena Ali ने कहा कि  'मैं उस दौर में पैदा हुई जो देश का सबसे दुखद और क्रूर दौर था। मुझे लगता है कि मैं अफगानिस्तान की अकेली पोर्न स्टार हूं।' मुझे पढ़ने नहीं दिया गया। कम उम्र से ही मेरे साथ तालिबान के पुरुषों ने गलत बरताव किया। मां ने सिखाया कि विरोध करने पर मार देंगे इससे मैं चुप तो रहीं, लेकिन मन में एक बगावत पैदा हो गई। इसके बाद मैंने नास्तिक बनने के लिए इस्लामी पृष्ठभूमि छोड़ने का फैसला किया।

 

मेरा परिवार Afganistan से ब्रिटेन भाग गया

उन्होंने कहा, 'तालिबानी हर महिला से नफरत करते थे। मेरी जिंदगी में बड़ा बदलाव नौ साल की उम्र में आया, जब मेरा परिवार अफगानिस्तान से ब्रिटेन भाग गया, लेकिन  ब्रिटेन में भी मुझे ऐसे लोग मिले जो अजीब बरताव करते थे। यहीं आकर मैंने अपनी पढ़ाई की। यहीं आकर सेक्‍स एजुकेशन के बारे में उन्‍हें पढ़ाया गया। इंग्‍लैंड आकर यहां के लाइफस्‍टाइल में काफी तेजी से ढल गईं। उन्होंने कहा आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि मेरे साथ साथ क्या क्या हुआ। जब भी मुझे वो वक्त याद आता है तो आंखे नम हो जाती हैं. खैर उन्होंने इतना कुछ होने के बाद भी हिम्मत रखी। 

 

कुछ लोग मुझे तालिबान भी कहते थे

पॉडकास्‍ट में उन्‍होंने बताया कि यहां मुझे सम्‍मान मिला। मैं शुरुआत में ही नास्तिक भी बन गईं थी। मैं स्‍कार्फ पहनती थी, लोग मुझे आश्‍चर्य की नजरों से जरूर देखते थे, लेकिन कोई मुझ पर हमला नहीं करता था। कुछ लोग मुझे तालिबान भी कहते थे। मैं स्‍कूल में भी अकेली लड़की थी जो सिर पर स्‍कार्फ पहनकर जाती थी। हालांकि बाद में जब मैं वयस्‍क हुईं पोर्न मूवीज में भी सिर पर स्‍कॉर्फ पहना। उन्होंने कहा कि अब उन्हें ऐसी बातों को करने में कोई शर्म नहीं आती है।

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