हमास का इजरायल पर बड़ा हमला, दागे 300 रॉकेट, Isreal ने की एयर स्ट्राइक; भारतीय महिला समेत 39 की मौत

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बीते कई हफ्तों से इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच जारी तनाव ने अब हिंसक रूप ले लिया है। दोनों पक्षों के बीच रातोंरात जंग शुरू हो गई। दोनों तरफ से रॉकेट दागे जा रहे हैं और कई लोग अपनी जान गवा रहे हैं। इजराइल की ओर से जहां 300 रॉकेट हमास पर दागे गए वहीं हमास ने भी इजरायल पर करीब 100 रॉकेट दागे हैं, जिनमें एक भारतीय महिला की भी मौत हुई है। खबर है कि इस जंग में अब तक 35 फलस्तीनी और 3 इजरायली मारे जा चुके हैं।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार रात से अब तक इजरायल की ओर 300 से ज्यादा रॉकेट दागे जा चुके हैं। इजरायल का कहना है कि उन्होंने गाजा में 150 स्थानों पर हमले किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले में मारी गई महिला का नाम सौम्या संतोष है, जो बीते 7 सालों से इजरायल में रह रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले के वक्त सौम्या एक घर में बुजुर्ग महिला की देखभाल कर रही थीं। इस घटना में बुजुर्ग महिला की जान तो बच गई, लेकिन सौम्या की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रिपोर्ट्स में इजरायल के विदेश मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि हमास की तरफ से रिहायशी क्षेत्रों में 130 रॉकेट दागे गए हैं, साथ ही इस दौरान यरुशलम में भी हिंसा फैलाने की बात कही जा रही है। इजरायल ने भी मंगलवार को हमले बढ़ाते हुए गाजा पट्टी पर हमले किए हैं। इस दौरान एक बड़ी इमारत को निशाना बनाया गया, जिसमें हमास के चरमपंथी रह रहे थे। इस दौरान 3 आतंकियों की मौत हो गई थी।

खास बात है कि साल 2014 के बाद दोनों पक्षों की तरफ से सबसे घातक कार्रवाई हुई हैं। लगातार बढ़ते इस जमीनी संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित नजर आ रहा है। कई देशों ने जारी हिंसा को रोकने के लिए कहा है। इधऱ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यन्याहू ने कहा है कि हमास ने यरुशल में रॉकेट दागकर 'सीमा पार' की है। साथ ही उन्होंने हमास पर हमले और बढ़ाने की बात कही है। बीबीसी के मुताबिक, इस बार संघर्ष की शुरुआत तब हुई, जब पूर्वी युरुशलम में फलस्तीनी परिवारों को निकालने की धमकियां दी गईं। इसके बाद इलाके में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई झड़प हुईं।

आपातकाल का ऐलान

इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी हिंसा के चलते प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने लॉड शहर में आपातकाल की घोषणा की है। सरकार ने प्रदर्शनों के चलते यह फैसला लिया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के हवाले से लिखा कि इस दौरान तीन धार्मिक स्थल और कई दुकानों को आग लगा दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

यह है पूरा मामला

असल में, यरुशलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद में फिलीस्तीनियों और इजरायली सुरक्षा बलों के बीच सोमवार को झड़प हुई थी। इसमें फिलीस्तीनी प्रदर्शनकारियों के पथराव के जवाब में इजरायली सुरक्षा बलों ने रबर बुलेट का इस्तेमाल किया जिसमें दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हो गए। वर्ष 1967 में इजरायल ने यरुशलम के कई हिस्सों को अपने नियंत्रण में लिया था। सोमवार को इस घटना की वर्षगांठ के मौके पर यहूदी नेशनलिस्ट एक मार्च निकालने वाले थे। इसी बीच हिंसा भड़क उठी।

झड़प में सैकड़ों फिलिस्तीनियों के घायल होने के बाद हमास के चरमपंथी गुटों ने सोमवार रात को यरुशलम पर रॉकेट से हमला शुरू कर दिया। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने दावा किया कि हमास ने 150 से ज्यादा रॉकेट दागे। इसके  जवाब में इजरायल के हवाई हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई।

फिलिस्तीनी गुटों के हमले के बाद इजरायल ने प्रतिक्रिया में गाजा पट्टी पर हमले किए। इससे पहले, इजरायल के सुरक्षा बलों के साथ झड़प में 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी घायल बताये जा रहे हैं। इनमें से 500 से ज्यादा लोगों का आसपास के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

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