जल्द ही WhatsApp पर अब नहीं ले पाएंगे प्रोफाइल फोटो का स्क्रीनशॉट, बीटा टेस्टर्स के लिए रोलआउट
मेटा के इस ऐप में आपकी प्रोफाइल फोटो का स्क्रीनशॉट लेने की सुविधा भी बंद करने की तैयारी है। WhatsApp ने एंड्रॉइड बीटा टेस्टर्स को प्रोफाइल फोटो के स्क्रीनशॉट लेने की सुविधा को बंद करने का विकल्प दिया है।
Feb 22, 2024, 00:10 IST
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WhatsApp लगातार यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए काम करता है और नए-नए प्राइवेसी फीचर्स लाता रहता है। खबरों के मुताबिक अब मेटा के इस ऐप में आपकी प्रोफाइल फोटो का स्क्रीनशॉट लेने की सुविधा बंद करने की तैयारी है। WABetaInfo की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाट्सएप ने एंड्रॉइड बीटा टेस्टर्स को प्रोफाइल फोटो के स्क्रीनशॉट लेने की सुविधा बंद करने का विकल्प दिया है।READ ALSO:-Amrit Bharat Train : करोड़ों रेल यात्रियों के लिए रेल मंत्री का ऐलान, देश में चलेंगी 50 नई अमृत भारत ट्रेनें, जाने अमृत भारत ट्रेन की खूबियां
यह नया फीचर फिलहाल केवल कुछ एंड्रॉइड यूजर्स के लिए उपलब्ध है और इसे अपडेट वर्जन 2.24.4.25 इंस्टॉल करके पाया जा सकता है। जब कोई उपयोगकर्ता अब आपकी प्रोफ़ाइल फ़ोटो का स्क्रीनशॉट लेने का प्रयास करेगा, तो उन्हें एक अधिसूचना दिखाई देगी जो उन्हें ऐसा करने से रोकेगी। यह नया फीचर आपकी गोपनीयता को और बेहतर बनाता है और आपकी तस्वीरों को आपकी अनुमति के बिना किसी के साथ साझा करने से रोकता है।
ध्यान दें कि लोग आपकी प्रोफ़ाइल फ़ोटो का स्क्रीनशॉट दूसरे फ़ोन या कैमरे से भी ले सकते हैं। लेकिन, व्हाट्सएप ने सीधे ऐप में ही स्क्रीनशॉट लेना बंद करके बिना अनुमति के फोटो शेयर करने पर रोक लगाने की कोशिश की है। इससे यूजर्स की प्राइवेसी और उनकी सहमति को ज्यादा महत्व दिया जाता है।
व्हाट्सएप डीपफेक से बचने के लिए हेल्पलाइन लेकर आया है
हाल ही में व्हाट्सएप की कंपनी मेटा ने व्हाट्सएप पर एक खास हेल्पलाइन शुरू की है। इस हेल्पलाइन का मकसद 'डीपफेक' की समस्या से लड़ना है। डीपफेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए बनाए गए वीडियो या तस्वीरें हैं, जिनका इस्तेमाल लोगों को गुमराह करने के लिए किया जाता है। यह हेल्पलाइन मार्च 2024 में शुरू होगी और लोगों को सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करेगी, ताकि वे झूठी खबरों का शिकार न बनें।
हाल ही में व्हाट्सएप की कंपनी मेटा ने व्हाट्सएप पर एक खास हेल्पलाइन शुरू की है। इस हेल्पलाइन का मकसद 'डीपफेक' की समस्या से लड़ना है। डीपफेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए बनाए गए वीडियो या तस्वीरें हैं, जिनका इस्तेमाल लोगों को गुमराह करने के लिए किया जाता है। यह हेल्पलाइन मार्च 2024 में शुरू होगी और लोगों को सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करेगी, ताकि वे झूठी खबरों का शिकार न बनें।