संचार साथी: खो गया या चोरी हुआ फोन ढूंढगी सरकार, आप भी इस तरह उठा सकते हैं फायदा
मोबाइल लोकेशन ट्रैक करें: संचार साथी की मदद से चोरी या खोए हुए फोन को ट्रैक किया जा सकता है। इसके अलावा आप सिम कनेक्शन को बंद भी कर सकते हैं। यहां हम फोन का पता लगाने और सिम बंद करने का पूरा प्रोसेस बता रहे हैं।
May 17, 2023, 00:20 IST
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Sanchar Saathi Portal: केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 'संचार साथी' पोर्टल लॉन्च किया है। टेलीकॉम की दुनिया में इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है, क्योंकि इस पोर्टल के जरिए चोरी और गुम हुए फोन की लोकेशन ट्रैक की जा सकेगी। इसके अलावा कई तरह की सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा। लोग इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि उनका फोन कब चोरी हो जाए या गुम हो जाए, इसकी लोकेशन का पता नहीं चल पाता है। हालांकि, अगर आपके साथ भी ऐसी स्थिति आती है तो आप यहां बताए गए तरीके से फोन की लोकेशन का पता लगा सकते हैं।READ ALSO:-
लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने संचार साथी पोर्टल के तहत तीन सेवाओं की शुरुआत की है। यह न सिर्फ चोरी हुए फोन की लोकेशन ट्रेस करेगा, बल्कि सिम कनेक्शन से जुड़ी दिक्कतों को भी दूर करेगा। आइए देखें कि संचार साथी पोर्टल का लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
दिल्ली: केंद्रीय संचार, रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संचार साथी पोर्टल का शुभारंभ किया। pic.twitter.com/IPt4G2Ccup
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2023
केंद्र सरकार ने संचार साथी पोर्टल में तीन सेवाएं प्रदान की हैं।
- केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर (CIER)
- अपना मोबाइल जानें (केवाईएम)
- एआई और चेहरे की पहचान संचालित समाधान (एएसटीआर)
इन तीनों सेवाओं में सरकार आपकी मदद करेगी। अगर फोन और सिम में दिक्कत आ रही है तो कम्युनिकेशन पार्टनर की मदद जरूर लें।
फोन ट्रैकिंग और ब्लॉकिंग प्रक्रिया
यदि आपका फोन चोरी हो जाता है या गुम हो जाता है, तो आप संचार साथी पर फोन को ब्लॉक कर सकते हैं। इसके लिए आपको पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। हालांकि इस पोर्टल पर जाने से पहले पुलिस में एफआईआर दर्ज करा लें, क्योंकि बिना पुलिस को शिकायत दिए आप इस पोर्टल का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। संचार साथी पोर्टल का उपयोग करने की पूरी प्रक्रिया यहां देखें।
यदि आपका फोन चोरी हो जाता है या गुम हो जाता है, तो आप संचार साथी पर फोन को ब्लॉक कर सकते हैं। इसके लिए आपको पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। हालांकि इस पोर्टल पर जाने से पहले पुलिस में एफआईआर दर्ज करा लें, क्योंकि बिना पुलिस को शिकायत दिए आप इस पोर्टल का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। संचार साथी पोर्टल का उपयोग करने की पूरी प्रक्रिया यहां देखें।
- सबसे पहले https://sancharsaathi.gov.in पोर्टल पर जाएं।
- सिटीजन सेंट्रिक सर्विसेज विकल्प पर अपना खोया/चोरी हुआ मोबाइल ब्लॉक करें चुनें
- अब एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें नाम, पता, मोबाइल विवरण, आईएमईआई, पुलिस एफआईआर/शिकायत संख्या आदि दर्ज करें।
- इसके बाद मोबाइल के मालिक का विवरण भरें और पहचान प्रमाण पत्र अपलोड करें।
- कैप्चा कोड भरने के बाद ओटीपी दर्ज करें और डिक्लेरेशन बॉक्स पर टिक करें।
- फॉर्म को अच्छी तरह से जांच लें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपका फोन ब्लॉक हो जाएगा और कोई अन्य व्यक्ति इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
- फोन को कैसे अनब्लॉक करें
- आप इस लिंक पर क्लिक करके स्मार्टफोन को अनब्लॉक भी कर सकते हैं।
- यहां फोन को ब्लॉक करते समय प्राप्त हुई रिक्वेस्ट आईडी दर्ज करें।
- अब मोबाइल नंबर टाइप करें और अनब्लॉक करने का कारण बताएं।
- इसके बाद कैप्चा कोड दर्ज करें और मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करें।
- अंत में सबमिट पर क्लिक करें। आपका फोन अनब्लॉक हो जाएगा।
- KYM और ASTR से लाभ मिलेगा
अगर आप यह पता लगाना चाहते हैं कि आपके नाम या आईडी से कितने सिम चल रहे हैं तो आप नो योर मोबाइल (KYM) की मदद ले सकते हैं। यह सर्विस एआई एल्गोरिद्म का इस्तेमाल कर बताती है कि आपके नाम या ईडी पर कितने नंबर चल रहे हैं। आप KYM पर जाकर भी सिम को डीएक्टिवेट कर सकते हैं। फोन चोरी या खो जाने पर भी सिम कनेक्शन रोका जा सकता है। इसलिए आप Google Play Store और Apple App Store से KYM ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।
दूसरी ओर, एआई और फेशियल रिकग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन (ASTR) सिम कार्ड धोखाधड़ी करने वालों का पता लगाने में मदद करते हैं। यह उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को और अधिक ठोस बनाता है। ASTR के जरिए सरकार साइबर क्राइम को कम करने की कोशिश कर रही है।