भाई दूज 2024 कब : 2 या 3 नवंबर...भाई दूज कब है? बस एक क्लिक में दूर करें अपनी शंकाएँ
भाई दूज 2024 तिथि: हर साल भाई दूज का त्योहार दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है। भाई दूज के दिन सभी बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि 2024 में भाई दूज की वास्तविक तिथि क्या है।
Nov 1, 2024, 21:56 IST
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पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस बार दिवाली का त्योहार 5 दिन का नहीं, बल्कि 6 दिन का होगा। इसका कारण यह है कि कार्तिक अमावस्या दो दिन पड़ती है, जिसके कारण दिवाली एक नहीं बल्कि दो दिन मनाई गई। दीपों का यह त्योहार भैया दूज यानी भाई दूज पर समाप्त होता है। भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन व्यापारी वर्ग के लोग चित्रगुप्त की पूजा भी करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भाई दूज का त्योहार यमराज और उनकी बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है।READ ALSO:-मेरठ : पुलिसकर्मी पिता-पुत्र ने इंजीनियर पर किया चाकू और रॉड से हमला, दिवाली पर पटाखे फोड़ने को लेकर हुआ विवाद
अमावस्या की तिथि होने के कारण दिवाली मनाने को लेकर काफी असमंजस की स्थिति थी। जहां दिवाली का त्योहार दो दिन मनाया गया, वहीं अब दिवाली के बाद आने वाले गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे त्योहारों की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति है। ऐसे में लोग इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि भाई दूज कब मनाई जाएगी। आइए हम आपका असमंजस दूर करते हैं और आपको बताते हैं कि 2024 में भाई दूज की सही तिथि क्या है?
2 या 3 नवंबर, भाई दूज कब है? (Bhai Dooj Kab Hai 2024)
हर साल भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है. यम द्वितीया स्नेह, सौहार्द और प्रेम का प्रतीक है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 2 नवंबर 2024 को रात 8:21 बजे शुरू होगी और 3 नवंबर 2024 को रात 10:05 बजे समाप्त होगी.
हर साल भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है. यम द्वितीया स्नेह, सौहार्द और प्रेम का प्रतीक है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 2 नवंबर 2024 को रात 8:21 बजे शुरू होगी और 3 नवंबर 2024 को रात 10:05 बजे समाप्त होगी.
ऐसे में उदया तिथि के अनुसार साल 2024 में भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर को ही मनाया जाएगा.
भाई दूज का शुभ मुहूर्त कब है? (Bhai Dooj 2024 Muhurat)
भाई दूज पूजा का शुभ मुहूर्त (Bhai Dooj Puja Time)- भाई दूज पूजा का समय 3 नवंबर को सुबह 11:45 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक रहेगा.
भाई दूज पूजा का शुभ मुहूर्त (Bhai Dooj Puja Time)- भाई दूज पूजा का समय 3 नवंबर को सुबह 11:45 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक रहेगा.
भाई दूज तिलक मुहूर्त
भाई दूज पर तिलक लगाने का समय 3 नवंबर को दोपहर 1:10 बजे से 3:22 बजे तक है। ऐसे में 3 नवंबर को भाई को तिलक लगाने के लिए 2 घंटे 12 मिनट का शुभ मुहूर्त है।
भाई दूज पर तिलक लगाने का समय 3 नवंबर को दोपहर 1:10 बजे से 3:22 बजे तक है। ऐसे में 3 नवंबर को भाई को तिलक लगाने के लिए 2 घंटे 12 मिनट का शुभ मुहूर्त है।
क्यों मनाते हैं भाई दूज? (Bhai Dooj Kyu Manate Hain)
पौराणिक मान्यता है कि अगर बहनें भाई दूज पर शुभ मुहूर्त में अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं तो भाइयों की उम्र लंबी होती है और भाई-बहन दोनों के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही भाई-बहन के रिश्ते में मिठास भी आती है। भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक के रूप में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन यमराज की बहन यमुना ने अपने भाई को बड़े आदर के साथ अपने घर आमंत्रित किया था और उन्हें भोजन कराया था।
पौराणिक मान्यता है कि अगर बहनें भाई दूज पर शुभ मुहूर्त में अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं तो भाइयों की उम्र लंबी होती है और भाई-बहन दोनों के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही भाई-बहन के रिश्ते में मिठास भी आती है। भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक के रूप में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन यमराज की बहन यमुना ने अपने भाई को बड़े आदर के साथ अपने घर आमंत्रित किया था और उन्हें भोजन कराया था।
यमराज के वरदान के अनुसार जो व्यक्ति इस दिन यमुना में स्नान करके यम की पूजा करता है, उसे मृत्यु के बाद यमलोक नहीं जाना पड़ता। यमुना को सूर्य देव की पुत्री माना जाता है। मान्यता है कि यमुना देवी सभी कष्टों का निवारण करती हैं, इसलिए यम द्वितीया के दिन यमुना नदी में स्नान करना और यमुना-यमराज की पूजा करना फलदायी माना जाता है।
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। खबरीलाल मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है।