WhatsApp ने कहा-दबाव बनाया तो दी भारत से कारोबार समेटने की धमकी, नए IT नियमों का विरोध कर रही कंपनी....
WhatsApp और मेटा ने संदेशों की उत्पत्ति का पता लगाने वाले आईटी (IT) नियमों का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह नियम संविधान के खिलाफ है और निजता के अधिकार का उल्लंघन करता है। इस रिपोर्ट में जानिए वो कौन से नियम हैं जिन्हें लेकर व्हाट्सएप ने भारत छोड़ने की बात भी कही है।
Apr 26, 2024, 20:37 IST
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इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप ने भारत में अपना कारोबार बंद करने की धमकी दी है। मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी ने कहा है कि अगर उसे अपने संदेशों और कॉल के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में काम करना बंद कर देगी। शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान व्हाट्सएप की ओर से पेश वकील ने कहा कि अगर हमें एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा जाएगा तो हम चले जाएंगे। यह मामला नए आईटी नियमों से जुड़ा है. जानिए क्या हैं ये नियम जिन्हें लेकर व्हाट्सएप इतना नाराज है।READ ALSO:-कैमरे में कैद हुई शर्मनाक हरकत! शख्स ने की महिला पर्यटक को चूमने की कोशिश, वीडियो हुआ वायरल
सुनवाई के दौरान जब पीठ ने पूछा कि क्या इस मुद्दे पर अन्य देशों में भी चर्चा हो रही है, तो व्हाट्सएप के वकील ने कहा कि दुनिया में कहीं और ऐसे नियम नहीं हैं। हमें एक पूरी श्रृंखला रखनी होगी और हमें नहीं पता कि हमें किस संदेश को डिक्रिप्ट करने के लिए कहा जाएगा। इसका मतलब है कि कंपनी को अरबों मैसेज लंबे समय तक स्टोर करके रखने होंगे। आपको बता दें कि दिल्ली उच्च न्यायालय की पीठ व्हाट्सएप और मेटा द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी जिसमें सोशल मीडिया मध्यस्थों के लिए 2021 सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों को चुनौती दी गई है।
नियमों के तहत क्या है प्रावधान?
व्हाट्सएप ने जिन नियमों का विरोध किया है, उनमें कहा गया है कि सोशल मीडिया मध्यस्थों को मैसेजिंग ऐप की चैट का पता लगाना होगा और यह पहचानने के लिए प्रावधान करना होगा कि संदेश सबसे पहले कहां भेजा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने ट्विटर (अब X), फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को आईटी नियम 2021 के नए नियमों का पालन करने का निर्देश दिया था। इस मामले में कहा गया कि सांप्रदायिक हिंसा भड़काने वाली आपत्तिजनक सामग्री जैसे मामलों में यह नियम बहुत महत्वपूर्ण है।
व्हाट्सएप ने जिन नियमों का विरोध किया है, उनमें कहा गया है कि सोशल मीडिया मध्यस्थों को मैसेजिंग ऐप की चैट का पता लगाना होगा और यह पहचानने के लिए प्रावधान करना होगा कि संदेश सबसे पहले कहां भेजा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने ट्विटर (अब X), फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को आईटी नियम 2021 के नए नियमों का पालन करने का निर्देश दिया था। इस मामले में कहा गया कि सांप्रदायिक हिंसा भड़काने वाली आपत्तिजनक सामग्री जैसे मामलों में यह नियम बहुत महत्वपूर्ण है।
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