केदारनाथ धाम में बड़ा हादसा होने से बचा, हिमस्खलन से मचा हड़कम, मंदिर को नहीं हुआ कोई नुकसान
उत्तराखंड के केदारनाथ में एक बड़ा हादसा टल गया है। अगर हादसा होता तो कई लोगों की जान जा सकती थी। केदारनाथ मंदिर के पीछे हुए भीषण हिमस्खलन का वीडियो देखकर कई लोग सहम गए हैं।
Updated: Jun 30, 2024, 19:21 IST
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उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. भोलेनाथ के भक्त लगातार केदारनाथ की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं. हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं, लेकिन इस बीच एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मंदिर के ठीक सामने पहाड़ पर अचानक हिमस्खलन हो गया। इसे देखने के बाद मंदिर के आसपास खड़े लोगों में हड़कंप मच गया। Read also:-T20 World Cup : भारत के जीतते ही पाकिस्तान में लोगो ने शैंपेन और डांस के साथ मनाया जश्न, पाकिस्तानियों ने कहा- 'I love you India'-देखें वीडियो
वायरल वीडियो देख लोग सहम गए
केदारनाथ में हुए इस हिमस्खलन का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि मंदिर के पीछे पहाड़ पर अचानक हिमस्खलन हुआ है. वहीं हिमस्खलन में टूटी बर्फ तेज गति से नीचे आ रही है। यह नजारा देख कई लोग सहम गए। हालांकि मंदिर के पीछे बने गांधी सरोवर की वजह से हिमस्खलन वहीं रुक गया और आगे नहीं बढ़ सका। इससे मंदिर परिसर में मौजूद हजारों लोगों की जान बच गई। वहीं केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई है और मंदिर भी पूरी तरह सुरक्षित है।
केदारनाथ में हुए इस हिमस्खलन का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि मंदिर के पीछे पहाड़ पर अचानक हिमस्खलन हुआ है. वहीं हिमस्खलन में टूटी बर्फ तेज गति से नीचे आ रही है। यह नजारा देख कई लोग सहम गए। हालांकि मंदिर के पीछे बने गांधी सरोवर की वजह से हिमस्खलन वहीं रुक गया और आगे नहीं बढ़ सका। इससे मंदिर परिसर में मौजूद हजारों लोगों की जान बच गई। वहीं केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई है और मंदिर भी पूरी तरह सुरक्षित है।
VIDEO | Uttarakhand: An avalanche occurred over Gandhi Sarovar in Kedarnath. No loss of life and property was reported. More details are awaited. pic.twitter.com/yfgTrYh0oc
— Press Trust of India (@PTI_News) June 30, 2024
2013 की त्रासदी याद आई
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब केदारनाथ पर आपदा के बादल छाए हों। इससे पहले भी केदारनाथ में प्राकृतिक आपदाएं आ चुकी हैं। वर्ष 2013 की त्रासदी इसका सटीक उदाहरण है। केदारनाथ मंदिर से कई किलोमीटर ऊपर स्थित चोराबाड़ी झील पर बादल फटने से मंदाकिनी नदी उफान पर आ गई थी। इस आपदा में कई लोगों की जान चली गई थी और हजारों लोग घायल हुए थे।
मई में खोले गए थे चारधाम
यात्रा के कपाट आपको बता दें कि चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी। अक्षय तृतीया के अवसर पर गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट खोले गए थे। बद्रीनाथ के कपाट 12 मई और हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले गए थे।
यात्रा के कपाट आपको बता दें कि चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी। अक्षय तृतीया के अवसर पर गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट खोले गए थे। बद्रीनाथ के कपाट 12 मई और हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले गए थे।