टिहरी में भूस्खलन, वीडियो में कैद हुआ रोंगटे खड़े कर देने वाला भयावह दृश्य, 15 घर मलबे के नीचे दबे

उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। शनिवार को टिहरी के तिनगढ़ गांव में फिर भूस्खलन हुआ। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने तीन दिन के लिए स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं।
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उत्तराखंड में बारिश का तांडव जारी है, शनिवार को टिहरी जिले के तिनगढ़ गांव में भूस्खलन हुआ। हालांकि, किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। इसकी जानकारी होने पर पुलिस और बचाव दल ने घटनास्थल और आसपास के 500 मीटर इलाके को खाली करा लिया है।READ ALSO:-कांवड़ियों ने कार में की तोड़फोड़, गाजियाबाद-मेरठ हाईवे पर किया जमकर हंगामा, बोले कार लगने से कांवड़ हुई खंडित; एक हफ्ते में तीसरा मामला

 

जीवन अस्त-व्यस्त, स्कूल बंद
जानकारी के मुताबिक, भूस्खलन में तिनगढ़ गांव के करीब 15 घर मलबे में दब गए हैं। इन सबके बाद स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल के आसपास के स्कूलों को 29 से 31 जुलाई तक तीन दिन के लिए बंद कर दिया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। यहां कई जगहों पर भूस्खलन और बारिश का पानी जमा होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।

 


लोगों को विनकखाल इंटर कॉलेज में शिफ्ट किया गया
आपको बता दें कि तिनगढ़ गांव में इससे पहले भी भूस्खलन हो चुका है। शनिवार को प्रशासन ने घरों को खाली करा लिया था। प्रशासन के मुताबिक, लोगों को विनकखाल इंटर कॉलेज में बनाए गए कैंप में रखा गया है। सभी की हालत स्थिर है, कैंप में भोजन, पानी, दवा समेत सभी मूलभूत सेवाएं मुहैया कराई गई हैं।

 

दो पुलिया टूटी
इसके अलावा भंगेली के गूंगा गांव में भारी बारिश से दो पुलिया और पेयजल लाइन टूट गई। वहीं, तोली गांव में एक मकान की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। बता दें कि उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में लगातार बारिश जारी है।

 

जौनपुर ब्लॉक में 33 केवी विद्युत उपकेंद्र बंद
टिहरी जिले के जौनपुर ब्लॉक के थत्यूड़ में 33 केवी विद्युत उपकेंद्र में भारी मलबा भर गया है। जिससे ट्रांसफार्मर दब गए हैं। विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है। विद्युत उपकेंद्र परिसर में सड़क का मलबा और पानी घुस गया है।

 

धर्मगंगा नदी में बह गईं मां-बेटी 
बीती रात बूढ़ाकेदार क्षेत्र में धर्मगंगा नदी के तेज बहाव में मां-बेटी बह गईं। नेपाली मूल के मजदूर बूढ़ाकेदार से छह किमी दूर झाला पुल के पास कच्चे मकान में रहते थे। रात करीब दो बजे धर्मगंगा नदी में आए उफान में पप्पू बहादुर की पत्नी जया (32) और बेटी मोनिका (7) बह गईं। थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि नदी के किनारे उनकी तलाश की गई। लेकिन उनका पता नहीं चल सका। पप्पू बहादुर और रमेश बहादुर ने भागकर अपनी जान बचाई।

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