उत्तराखंड के अल्मोड़ा में बस खाई में गिरी, 38 लोगों की मौत
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में सोमवार सु हे हुए भीषण सड़क हादसे में 38 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब एक यात्री बस अल्मोड़ा के मार्चुला इलाके में अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी।
Nov 4, 2024, 15:49 IST
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उत्तराखंड के अल्मोड़ा में सोमवार सु हे हुए भीषण सड़क हादसे में 38 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब एक यात्री बस अल्मोड़ा के मार्चुला इलाके में अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। यह बस रामनगर की ओर जा रही थी और उसमें कुल 57 यात्री सवार थे।Read also:-उत्तर प्रदेश में कोहरे की दस्तक, कुछ जिलों में हो सकती है बारिश, इस दिन से फुल फॉर्म में होगी सर्दी
हादसे का विवरण
हादसे की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस टीमों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, हादसे में 29 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि 9 अन्य ने रामनगर अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
हादसे की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस टीमों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, हादसे में 29 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि 9 अन्य ने रामनगर अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री का बयान और राहत की घोषणा
इस भयानक हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया और उच्च अधिकारियों से फोन पर बात करके हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्होंने घायलों को तुरंत उपचार दिलाने और गंभीर रूप से घायल लोगों को एयरलिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मुख्यमंत्री ने दुर्घटना को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के एआरटीओ (प्रवर्तन) को निलंबित करने का आदेश दिया है।
इस भयानक हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया और उच्च अधिकारियों से फोन पर बात करके हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्होंने घायलों को तुरंत उपचार दिलाने और गंभीर रूप से घायल लोगों को एयरलिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मुख्यमंत्री ने दुर्घटना को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के एआरटीओ (प्रवर्तन) को निलंबित करने का आदेश दिया है।
#WATCH | Uttarakhand: A Garwal Motors Users' bus fell into a gorge near Kupi in Ramnagar at Pauri-Almora border. Deaths and injuries feared. Search and rescue operation underway. Details awaited.
— ANI (@ANI) November 4, 2024
(Video: SDRF) pic.twitter.com/dzSgKw6tkF
मुख्यमंत्री धामी ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की। इसके अलावा, कुमाऊं मंडल के आयुक्त को इस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए गए हैं, ताकि हादसे की वजहों का सही से पता लगाया जा सके और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा शोक और सहायता
प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है।
हादसे के पीछे का कारण
इस दुर्घटना की वजह का स्पष्ट पता अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय सूत्रों के अनुसार बस के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने की संभावना जताई जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि बस का ब्रेक फेल हो गया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
इस दुर्घटना की वजह का स्पष्ट पता अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय सूत्रों के अनुसार बस के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने की संभावना जताई जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि बस का ब्रेक फेल हो गया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
दुर्घटना की भयावहता
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा इतना भयानक था कि बस के खाई में गिरते ही कुछ यात्री बस की खिड़की से बाहर जा गिरे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह दुर्घटना राज्य की सबसे बड़ी सड़क दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा इतना भयानक था कि बस के खाई में गिरते ही कुछ यात्री बस की खिड़की से बाहर जा गिरे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह दुर्घटना राज्य की सबसे बड़ी सड़क दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
आगे की कार्रवाई
प्रशासन ने हादसे के बाद राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए कई टीमें तैनात की हैं। मृतकों के शवों की पहचान का कार्य चल रहा है और घायलों को उचित उपचार दिया जा रहा है। इसके साथ ही, कुमाऊं मंडल के आयुक्त द्वारा मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है, जिससे दुर्घटना के कारणों का पता चल सके।
प्रशासन ने हादसे के बाद राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए कई टीमें तैनात की हैं। मृतकों के शवों की पहचान का कार्य चल रहा है और घायलों को उचित उपचार दिया जा रहा है। इसके साथ ही, कुमाऊं मंडल के आयुक्त द्वारा मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है, जिससे दुर्घटना के कारणों का पता चल सके।