उत्तर प्रदेश रोडवेज में चालाक और परिचालक के पदों पर बंपर भर्ती, महिला कर्मियों की भी होगी भागीदारी, जानें कब आएगा नोटिफिकेशन
उत्तर प्रदेश रोडवेज बस चालक और परिचालक के पदों पर भर्ती प्रक्रिया का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। चालकों के करीब 5 हजार और परिचालकों के 10 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी।
Updated: Sep 20, 2024, 15:13 IST
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उत्तर प्रदेश में रोडवेज चालाक और बस परिचालक के पदों पर बंपर भर्ती होने जा रही है। इसके जरिए ड्राइवर के करीब 5 हजार और कंडक्टर के 10 हजार पद भरे जाएंगे। यह भर्ती आउटसोर्सिंग के जरिए की जाएगी। अगले महीने यानी अक्टूबर में भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। वहीं, मृतक आश्रितों को नौकरी के लिए योगी सरकार कैबिनेट में प्रस्ताव ला सकती है। READ ALSO:-मेरठ: नाबालिग लड़की से छेड़छाड़, रातभर हंगामा, दो समुदायों में झड़प, हिंदू संगठन ने किया थाने का घेराव, POCSO के तहत केस दर्ज
जानकारी के मुताबिक परिचालक की भर्ती में महिलाएं भी शामिल होंगी। महिला चालकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बताया गया कि ग्रुप डी की नियुक्ति लोक सेवा से कराने को कैबिनेट से अनुमति मिल गई है। 550 कर्मियों के पद अधीनस्थों से भरे जाएंगे। आयोग से इनकी नियुक्ति होने से परिवहन निगम को लाभ होगा।
वहीं, महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए योजना बनाई गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए बसों के बेड़े के नवीनीकरण के लिए 1 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बसों और कंडक्टरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
महाकुंभ में 7 हजार बसें चलाने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा सुपर एप भी विकसित किया जा रहा है, करीब 5 हजार बसों में पैनिक बटन लगाए गए हैं। इन्हें डायल 112 से जोड़ा गया है।
मृतक के आश्रित यूपी सड़क परिवहन निगम में नौकरी के लिए धरने पर बैठे हैं। आश्रितों का कहना है कि 6 साल बीत गए लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है। नौकरी न मिलने से उन्हें परेशानी हो रही है। मृतक के आश्रित लखनऊ मुख्यालय पर धरना दे रहे हैं।
इस संबंध में यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के एमडी मासूम अली सरवर ने कहा कि मृतक के आश्रितों को भरोसा रखना चाहिए और धरना समाप्त करना चाहिए। वे हमारे परिवार के सदस्य जैसे हैं। परिवहन निगम के घाटे में होने के कारण उनकी नियुक्ति नहीं हो सकी। सरकारी व्यवस्था है कि निगम के लाभ में होने पर ही नई नियुक्तियां की जा सकती हैं। इस बार निगम लाभ में है। अब इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।