ठंड में नहीं कांपेंगे उत्तर प्रदेश के बेसहारा गरीब, शीतलहर के लिए योगी सरकार ने बनाई 20 करोड़ रुपये की विशेष योजना
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सर्दी के मौसम में प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए 20 करोड़ रुपये की विशेष योजना बनाई है। इस योजना के तहत कमजोर वर्ग के लोगों को राहत दी जाएगी।
Nov 17, 2024, 01:05 IST
|
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सर्दी के मौसम में प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए 20 करोड़ की विशेष योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत कमजोर वर्ग के लोगों को राहत दी जाएगी। इस योजना के तहत जरूरतमंदों को वितरित किए जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च गुणवत्ता की होगी। READ ALSO:-बिजनौर : चांदपुर में जेब काटते पकड़ी गई महिला, पार्षद के बेटे से चुराए 15 हजार रुपये, शक होने पर एक व्यक्ति ने पकड़ा
साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावित लोगों को अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों ने कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं।
राहत आयुक्त ने बताया राहत आयुक्त के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ खड़े हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। सरकार कमजोर और असहाय लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। सर्दी की शुरुआत होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 351 तहसीलों को शीतलहर से निपटने के लिए कंबलों के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सबसे ज्यादा धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर को
जबकि अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 38 लाख 50 हजार रुपये गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी को आवंटित किए गए हैं। सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों को दिए गए हैं निर्देश
शीत लहर से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों और तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर निराश्रित, असहाय और कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि शीत लहर के कारण किसी व्यक्ति की मौत न हो।
शीत लहर से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों और तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर निराश्रित, असहाय और कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि शीत लहर के कारण किसी व्यक्ति की मौत न हो।
सभी नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं, नगर निगमों और ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा में मुख्य मार्गों और खासकर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों पर सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट से पट्टियां अंकित करने, रिफ्लेक्टर, सोलरकैट साइन और डिवाइडर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है। ताकि कोहरे के कारण दुर्घटनाएं न हों।
नाम और मोबाइल नंबर होगा
इसके अलावा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्य में इस्तेमाल होने वाले ट्रैक्टर ट्रॉलियों के पीछे अभियान चलाकर रेडियम की पीली पट्टियां लगाने को कहा गया है, ताकि कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सके। शासन ने निर्देश दिए हैं कि सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों में रैन बसेरा और शेल्टर होम आदि समय से स्थापित कर लिए जाएं। रैन बसेरा-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर जरूर दर्शाया जाए। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।
इसके अलावा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्य में इस्तेमाल होने वाले ट्रैक्टर ट्रॉलियों के पीछे अभियान चलाकर रेडियम की पीली पट्टियां लगाने को कहा गया है, ताकि कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सके। शासन ने निर्देश दिए हैं कि सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों में रैन बसेरा और शेल्टर होम आदि समय से स्थापित कर लिए जाएं। रैन बसेरा-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर जरूर दर्शाया जाए। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।