उत्तर प्रदेश में महिलाओं के सिलाई, योग प्रशिक्षण और हेयर ड्रेसिंग पर पुरुषों की उपस्थिति बैन, महिला आयोग का आदेश
उत्तर प्रदेश में अब महिलाओं के योग केंद्रों, जिम और बुटीक सेंटरों में पुरुषों की मौजूदगी पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए महिला आयोग ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
Nov 9, 2024, 09:00 IST
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उत्तर प्रदेश में अब पुरुष दर्जी महिलाओं के कपड़ों का नाप नहीं ले सकेंगे। यूपी महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बुटीक सेंटरों पर महिलाओं के कपड़ों का नाप पुरुषों की जगह महिलाएं लेंगी। इससे संबंधित सभी आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा जिम और योगा सेंटरों में महिलाओं को सिर्फ महिला ट्रेनर ही ट्रेनिंग दे सकेंगी। इसके लिए जिम का सत्यापन भी जरूरी है। READ ALSO:-सर्दियों में क्या है स्कूल टाइमिंग, नोट करें उत्तर प्रदेश के प्राइमरी-जूनियर स्कूलों के खुलने और छुट्टी का समय....
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि पार्लरों में लड़कियों को तैयार करने के लिए महिलाएं होनी चाहिए। महिलाओं के लिए खास कपड़े बेचने वाले स्टोर में भी महिलाएं होनी चाहिए। इसके अलावा कोचिंग सेंटरों पर सीसीटीवी से निगरानी होनी चाहिए। इसके लिए 28 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई थी, बैठक में इससे संबंधित निर्णय लिया गया है। अब आयोग ने सभी जिलों के डीएम, कमिश्नर और एसपी को आदेश पर अमल करने को कहा है।
महिला आयोग के आदेश के अहम बिंदु-
- जिम योगा सेंटर में आने वालों के आईडी कार्ड (ID cards) का सत्यापन किया जाए।
- स्कूल बसों में महिला सुरक्षाकर्मी या शिक्षिका की तैनाती की जाए।
- पुरुष दर्जी महिलाओं का नाप नहीं ले सकते।
- नाप के लिए सीसीटीवी (CCTV) जरूरी है।
- महिलाओं के लिए खास कपड़े बेचने वाली दुकानों में महिला कर्मचारी होनी चाहिए। जिले के सभी शिक्षण संस्थानों का सत्यापन जरूरी है।
- कोचिंग सेंटरों में सीसीटीवी (CCTV) और वॉशरूम की सुविधा होनी चाहिए।
- ड्रामा सेंटरों में महिला डांस टीचर की नियुक्ति अनिवार्य होनी चाहिए।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने आदेश के बारे में कहा कि हाल ही में कानपुर में ऐसी घटना हुई, जिसमें जिम ट्रेनर ने महिला की हत्या कर दी। ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें तलाक की नौबत आ गई। अगर जिम में महिला ट्रेनर होंगी, तो महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि पुरुष दर्जी कपड़ों का नाप लेते समय महिलाओं को अभद्र तरीके से छूते हैं। ऐसी शिकायतें महिला आयोग को मिली हैं। इसे ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।