UP : कहीं पानी गाड़ियां डूबीं तो कहीं घर नदी में तब्दील...लखनऊ समेत इन जिलों में बरसेगी अभी और आसमानी 'आपदा'

बारिश के कारण उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सबसे खराब हालत लखनऊ की है। लखनऊ के पॉश इलाके अलीगंज और जानकीपुरम में घुटनों तक पानी भर गया है। सड़कों पर काफी पानी है। लखनऊ के कई इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। 
 | 
L
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपाया है। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 72 घंटों में गोंडा, श्रावस्ती, बहराईच और लखीमपुर में बारिश की संभावना है।वहीं, लखनऊ में राहत के कोई संकेत नहीं हैं क्योंकि अगले तीन दिनों तक सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, हरदोई, बस्ती, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर में भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। READ ALSO:-

 

लखनऊ में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भर गया।  घरों में भी पानी घुस गया। कई जगहों पर घुटनों तक पानी जमा हो गया है। कई जगहों पर पेड़ भी गिरे हुए देखे गए हैं। लखनऊ में जल निकासी को लेकर नगर निगम के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। वीआईपी इलाके कहे जाने वाले गोमती नगर, आशियाना, इंदिरा नगर, जानकीपुरम, मड़ियांव समेत ज्यादातर इलाकों में पानी भर गया है, जिससे इलाके के लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। 

 L

बालू अड्डा की ओर जाने वाली सड़क धंस गई है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस ने इलाके से ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है। लखनऊ के जिलाधिकारी ने आज 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। 

 

नगर निगम कार्यालय में छत गिरी
लखनऊ नगर निगम कार्यालय की छत गिरने से हड़कंप मच गया. नगर निगम जोन-3 में छत गिरने से हुए हादसे में दफ्तर में मौजूद लोग बाल-बाल बच गये। एक बार फिर इस कार्यालय में बारिश के दौरान छत गिरने का मामला सामने आया है, लेकिन लोगों का आरोप है कि अधिकारियों ने अभी तक मामले का संज्ञान नहीं लिया है। कर्मचारियों का आरोप है कि पहले भी कई बार प्लास्टर गिर चुका है, जिससे कर्मचारी घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद भवन की मरम्मत नहीं करायी जा रही है। 

 Image

सीतापुर में स्कूल का कमरा ढह गया
लखनऊ से सटे सीतापुर जिले में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण प्राथमिक विद्यालय का जर्जर कमरा और उसके बगल की दीवार ढह गई। हालांकि बारिश के चलते छुट्टी होने से बड़ा हादसा टल गया। इस मामले पर जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि ग्राउंडेड कमरों और चहारदीवारी का इस्तेमाल पहले ही बंद कर दिया गया था। 

 whatsapp gif

बाराबंकी के कई इलाकों में बाढ़ आ गई
बाराबंकी में भी बारिश से हुई परेशानी की तस्वीरें सामने आईं। शहर में जलभराव के कारण गाड़ियां डूबी नजर आईं, वहीं भारी बारिश का असर बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर भी देखने को मिला। रेलवे ट्रैक पर पानी जमा होने के कारण ट्रेनों को धीमी गति से निकाला गया।  जलभराव के कारण बाराबंकी के कई इलाके टापू में तब्दील हो गए, जिसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद से इन इलाकों के घरों में रहने वाले लोगों को बचाया गया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमों ने लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। जिले में बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं भी चल रही हैं। 

 monika

मुरादाबाद, झाँसी, औरैया और कासगंज जिलों में भी भारी बारिश
अन्य जिलों की बात करें तो मुरादाबाद, झांसी, औरैया और कासगंज जिलों में भी भारी बारिश हुई है, जिससे इन जिलों के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। मुरादाबाद में बारिश के कारण सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं. बारिश से शहर का ड्रेनेज सिस्टम इस कदर ध्वस्त हो गया कि बारिश रुकने के बाद भी कई इलाके पानी में डूबे नजर आए। मुरादाबाद में रेलवे ट्रैक भी बारिश के पानी में डूबे नजर आए, जिसके कारण ट्रेनें काफी धीमी गति से चल रही हैं। लोगों का कहना है कि यात्रियों और व्यवसायियों को परेशानी हो रही है, लेकिन बारिश से गर्मी से राहत मिली है। वहीं, कांसगंज जिले में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. पावर हाउस में पानी भरने से कई इलाकों की बिजली आपूर्ति ठप हो गयी। 
sonu

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।