UP : लखनऊ समेत 14 इलाकों में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी, यात्रियों का सफर होगा सुविधाजनक और आसान
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 14 इलाकों में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी की जा रही है। पहले चरण में वाराणसी, लखनऊ, अयोध्या, कौशांबी समेत कई रूटों पर इलेक्ट्रिक बसें चलाई गईं। इलेक्ट्रिक बसों से सफर आसान हो जाएगा। साथ ही लोगों को प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।
Updated: Jun 18, 2024, 14:41 IST
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 14 इलाकों में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी की जा रही है। पहले चरण में वाराणसी, लखनऊ, अयोध्या, कौशांबी समेत कई रूटों पर इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इलेक्ट्रिक बसों से सफर आसान हो जाएगा। साथ ही लोगों को प्रदूषण से भी राहत मिलेगी। माना जा रहा है कि 2026 तक दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में डीजल बसों को पूरी तरह से बंद करने की तैयारी की जा रही है।READ ALSO:-ITBP जवानों ने ढूंढा पर्यटक का शव, 15000 फीट की ऊंचाई पर खतरनाक रेस्क्यू ऑपरेशन; देखें चुनौतीपूर्ण और रोंगटे खड़े कर देने वाला Video
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए डीजल बसों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगाने की योजना तैयार की है। जिसके चलते अब यूपी रोडवेज की डीजल और पेट्रोल से चलने वाली बसों की जगह इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। पहले चरण में अयोध्या समेत 14 इलाकों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा।जिसके बाद कई और रूटों पर भी इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा।
14 इलाकों में चार्जिंग लगाने का काम शुरू
बता दें कि शुरुआत में मुरादाबाद क्षेत्र के नजीबाबाद डिपो से यात्री इलेक्ट्रिक बस से सफर करेंगे। इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से एक तो लोगों को प्रदूषण से बड़ी राहत मिलेगी और दूसरा सफर पहले से भी आसान हो जाएगा। वहीं, 2026 तक दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में डीजल बसों को बंद करने की तैयारी की जा रही है। एक इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज करने पर करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इसे देखते हुए प्रदेश के 14 क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। चार्जिंग स्टेशन बनाने की जिम्मेदारी तमिलनाडु की कंपनी मेसर्स स्विच मोबिलिटी को दी गई है।
बता दें कि शुरुआत में मुरादाबाद क्षेत्र के नजीबाबाद डिपो से यात्री इलेक्ट्रिक बस से सफर करेंगे। इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से एक तो लोगों को प्रदूषण से बड़ी राहत मिलेगी और दूसरा सफर पहले से भी आसान हो जाएगा। वहीं, 2026 तक दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में डीजल बसों को बंद करने की तैयारी की जा रही है। एक इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज करने पर करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इसे देखते हुए प्रदेश के 14 क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। चार्जिंग स्टेशन बनाने की जिम्मेदारी तमिलनाडु की कंपनी मेसर्स स्विच मोबिलिटी को दी गई है।
'यात्रियों का सफर पहले से ज्यादा सुविधाजनक होगा'
उत्तर प्रदेश रोडवेज मुरादाबाद की क्षेत्रीय प्रबंधक ममता सिंह ने बताया कि पहले चरण में मुरादाबाद और नजीबाबाद बस डिपो में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इलेक्ट्रिक बसों के चलने से यात्रियों का सफर पहले से ज्यादा सुविधाजनक होगा। साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा।
उत्तर प्रदेश रोडवेज मुरादाबाद की क्षेत्रीय प्रबंधक ममता सिंह ने बताया कि पहले चरण में मुरादाबाद और नजीबाबाद बस डिपो में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इलेक्ट्रिक बसों के चलने से यात्रियों का सफर पहले से ज्यादा सुविधाजनक होगा। साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा।