UP : साधु बनकर मुस्लिम युवक मांग रहे थे दक्षिणा, तीनों के मुख से सच्चाई सुन उड़े सबके होश....
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां स्थानीय लोगों ने तीन फर्जी साधुओं को पकड़ लिया है। जिसके बाद तीनों के मुंह से सच्चाई सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
Nov 3, 2024, 07:00 IST
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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां स्थानीय लोगों ने फर्जी साधु बनकर तीन मुस्लिम युवकों को पकड़ा है। इसके बाद जब लोगों ने उनसे इसके पीछे का कारण पूछा तो सभी हैरान रह गए। दरअसल, तीनों युवक फर्जी योगी बनकर चंदा मांग रहे थे। शक होने पर जैसे ही स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ा तो डर के मारे तीनों ने अपनी सच्चाई बता दी। पूरी घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।READ ALSO:-बिजनौर : जन्मदिन मनाने निकले दोस्तों की कार पेड़ से टकराई, 3 की दर्नाक मौत, तीन घायलों की हालत गंभीर
कासिमाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र का मामला
पूरा मामला गाजीपुर के कासिमाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जहां तीनों आरोपी सुखहां बाजार में जोगी साधुओं के यहां घूम-घूम कर चंदा मांग रहे थे। इसी बीच लोगों ने उनसे बात की तो उन्हें शक हुआ। कुछ देर बाद पता चला कि तीनों युवक दूसरे समुदाय के हैं। लोगों ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी।
पूरा मामला गाजीपुर के कासिमाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जहां तीनों आरोपी सुखहां बाजार में जोगी साधुओं के यहां घूम-घूम कर चंदा मांग रहे थे। इसी बीच लोगों ने उनसे बात की तो उन्हें शक हुआ। कुछ देर बाद पता चला कि तीनों युवक दूसरे समुदाय के हैं। लोगों ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल तीनों को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच कासिमाबाद सुखहां के एक भाजपा नेता ने तीनों के खिलाफ साजिश रचने की रिपोर्ट कासिमाबाद थाने में दर्ज कराई है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है
कासिमाबाद थानाध्यक्ष के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों के नाम सोहराब खान, शहजाद खान और नियाद खान हैं। तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के दोहरीघाट थाना क्षेत्र के अतरसवा गांव के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार तीनों ने बताया है कि पिछले कई पीढ़ियों से उनका पूरा परिवार साधु बनकर भीख मांगता आ रहा है। इसके बाद दोहरीघाट थाने से बात कर तीनों आरोपियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि पूछी गई है। ताकि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा सके।