UP : गलियों में घूमने वाली फीमेल डॉगी 'जया' की चमकी किस्मत, पासपोर्ट के साथ जाने वाली है नीदरलैंड! देखें वीडियो
जया को नीदरलैंड ले जाने के लिए उनका पासपोर्ट और वीजा भी तैयार कर लिया गया है. इसके साथ ही उसे फिट टू फ्लाई सर्टिफिकेट भी मिल चूका है।
Oct 27, 2023, 15:16 IST
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बनारस की गलियों में घूमने वाले एक आवारा स्ट्रीट डॉग की किस्मत देखते ही देखते चमक गई। कभी सड़कों पर घूमने वाली 'जया' अब नीदरलैंड जा रही हैं। जया को नीदरलैंड ले जाने के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाएं भी पूरी कर ली गई हैं। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जया को नीदरलैंड ले जाने के लिए उसका पासपोर्ट और वीजा (VISA) भी तैयार हो चुका है। इसके साथ ही उसे फिट टू फ्लाई सर्टिफिकेट भी मिल चूका है। READ ALSO:-ग्रेटर नोएडा : प्रॉपर्टी डीलर ने गली में घू्मने वाली फीमेल डॉग से किया रेप, पकड़े जाने पर तीसरी मंजिल से फेंका....
इसी तरह मिरल को मिली जया
रिपोर्ट के मुताबिक, बनारस से दिल्ली पहुंचने के बाद 'जया' 31 अक्टूबर को एम्स्टर्डम के लिए उड़ान भरेगी। मालूम हो कि नीदरलैंड की मेराल बोंटेनबेल इसी साल अप्रैल में बनारस आई थीं। तभी मिरल ने जया को देखा था।
रिपोर्ट के मुताबिक, बनारस से दिल्ली पहुंचने के बाद 'जया' 31 अक्टूबर को एम्स्टर्डम के लिए उड़ान भरेगी। मालूम हो कि नीदरलैंड की मेराल बोंटेनबेल इसी साल अप्रैल में बनारस आई थीं। तभी मिरल ने जया को देखा था।
#WATCH | Varanasi, Uttar Pradesh: The dog's owner from the Netherlands, says, "My name is Meral Bontenbel. I am from Amsterdam, the Netherlands. I came here to travel and to explore the city. And when I was walking around...Jaya approached us and she was very sweet. She wanted to… https://t.co/R0ro7aicZn pic.twitter.com/SxWd49Qvj5
— ANI (@ANI) October 26, 2023
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मिरल ने कहा, 'मेरा नाम मिरल बोंटेनबेल है। मैं एम्स्टर्डम, नीदरलैंड से हूं। जब मैं बनारस आई और घूमने निकली था तो जया हमारे पास आई। वह बहुत प्यारी थी। वह मुझसे लिपटना चाहती थी... उसने हमारा पीछा करना शुरू कर दिया और तभी दुर्भाग्य से अन्य कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। एक गार्ड ने उसे बचाया और मेरा उस समय उसे गोद लेने का कोई इरादा नहीं था।
'जया' उड़ान भरने को तैयार
मिरल ने बताया कि मैं सिर्फ जया को सिर्फ रोड से हटाना चाहती थी। मैं वास्तव में खुश हूं कि यह अब मेरे साथ जाएगी।' यह एक लंबी प्रक्रिया रही है। मुझे इसके लिए छह महीने तक इंतजार करना पड़ा...मैं हमेशा से एक डॉग पालना चाहती थी और मुझे इससे प्यार हो गया...'' आपको बता दें कि कुत्तों के हमले के बाद डौगी जया घायल हो गई थीं और फिर एक एनजीओ की मदद से उनका इलाज किया गया था। मिरल ने बताया कि एनजीओ की मदद से जया का पासपोर्ट बन गया है और अब वह उड़ान भरने और मेरे साथ जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
मिरल ने बताया कि मैं सिर्फ जया को सिर्फ रोड से हटाना चाहती थी। मैं वास्तव में खुश हूं कि यह अब मेरे साथ जाएगी।' यह एक लंबी प्रक्रिया रही है। मुझे इसके लिए छह महीने तक इंतजार करना पड़ा...मैं हमेशा से एक डॉग पालना चाहती थी और मुझे इससे प्यार हो गया...'' आपको बता दें कि कुत्तों के हमले के बाद डौगी जया घायल हो गई थीं और फिर एक एनजीओ की मदद से उनका इलाज किया गया था। मिरल ने बताया कि एनजीओ की मदद से जया का पासपोर्ट बन गया है और अब वह उड़ान भरने और मेरे साथ जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
