UP : दो बच्चों के पिता को हुआ पेट दर्द, जांच हुई तो शरीर में दिखा 'महिलाओं वाला अंग-अंडाशय और बच्चेदानी', देख डॉक्टर भी रह गए दंग
एक व्यक्ति को पिछले तीन महीने से पेट में बहुत दर्द हो रहा था। डॉक्टर ने उसे अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह दी। जब रिपोर्ट आई तो उसके शरीर में गर्भाशय दिखाई दिया।
Updated: Aug 12, 2024, 16:00 IST
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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां कुदरत का करिश्मा देखकर डॉक्टर भी दंग रह गए। एक शख्स के पेट में दर्द था। उसने अल्ट्रासाउंड करवाया तो पता चला कि उसे हर्निया है। जब वह ऑपरेशन के लिए गया और डॉक्टरों ने उसकी बारीकी से जांच की तो उसके मूत्र मार्ग में गर्भाशय और अंडाशय मिले। यह देखकर डॉक्टर हैरान रह गए। डॉक्टरों के पास इसका कोई सटीक जवाब नहीं था। उन्होंने कहा कि यह कुदरत का करिश्मा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं में पाए जाने वाले ये दोनों अंग इस शख्स के शरीर में 60% तक विकसित हो चुके थे। READ ALSO:-UP : चलती कार में इंजीनियरिंग छात्रा से हैवानियत, बोली-जबरन कार में बैठाया, दुष्कर्म कर अर्धनग्न हालत में सड़क पर फेंका
इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि महिलाओं में पाए जाने वाला अंग एक पुरुष के शरीर में पाया गया है, लेकिन एक भी लक्षण महिलाओं का नहीं है। यह वाकई एक अजूबा जैसा है। युवक को भी पहले इस बात की जानकारी नहीं थी। एक दिन उसके पेट में दर्द हुआ, पहले तो उसने सामान्य दवाओं से काम चलाया, लेकिन जब काफी समय तक आराम नहीं मिला तो डॉक्टर ने राजगीर से इस दर्द का कारण जानने के लिए अल्ट्रासाउंड करवाने को कहा। तस्वीर देखने के बाद डॉक्टर भी अवाक रह गए।
राजगीर दो बच्चों का पिता है
गोरखपुर जिले के बड़हलगंज निवासी राजगीर की उम्र 46 साल है। वह दो बच्चों का पिता भी है। उसकी जिंदगी ठीक चल रही थी। अचानक तीन महीने पहले उसके पेट में दर्द हुआ तो उसने पास के डॉक्टर से सलाह ली और दवा ली। दवा लेने के बाद उसे कुछ आराम मिला, लेकिन दर्द फिर से होने लगा। वह दर्द निवारक दवा खा-खाकर थक गया। उसने यह बात खलीलाबाद में ब्याही अपनी बहन और उसके पति को बताई। उन्होंने कहा कि तुम यहां आओ, हम तुम्हारा अच्छे डॉक्टर से इलाज कराएंगे।
गोरखपुर जिले के बड़हलगंज निवासी राजगीर की उम्र 46 साल है। वह दो बच्चों का पिता भी है। उसकी जिंदगी ठीक चल रही थी। अचानक तीन महीने पहले उसके पेट में दर्द हुआ तो उसने पास के डॉक्टर से सलाह ली और दवा ली। दवा लेने के बाद उसे कुछ आराम मिला, लेकिन दर्द फिर से होने लगा। वह दर्द निवारक दवा खा-खाकर थक गया। उसने यह बात खलीलाबाद में ब्याही अपनी बहन और उसके पति को बताई। उन्होंने कहा कि तुम यहां आओ, हम तुम्हारा अच्छे डॉक्टर से इलाज कराएंगे।
खलीलाबाद पहुंचकर उसने एक निजी डॉक्टर से सलाह ली, जिसने उसे अल्ट्रासाउंड कराने को कहा। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर ने बताया कि उसे हर्निया है। इसी वजह से उसे परेशानी हो रही है। इसका ऑपरेशन जरूरी है। अपनी सुविधा और समय के हिसाब से जितनी जल्दी ऑपरेशन करा लोगे, उतना अच्छा रहेगा। उसने कुछ और दर्द निवारक दवाएं दीं। इन दवाओं से भी ज्यादा आराम नहीं मिल रहा था। परिजनों ने कहा कि हम गरीब हैं, इसलिए निजी अस्पताल में ऑपरेशन का खर्च वहन नहीं कर सकते।
यहां हुआ इलाज
राजगीर से पता चला कि निजी अस्पताल में हर्निया का ऑपरेशन निशुल्क होता है। उन्होंने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज से भी डॉक्टर आएंगे, इसलिए हम हर्निया का ऑपरेशन कराने को तैयार हो गए, लेकिन वहां गए तो डॉक्टरों ने बारीकी से जांच की तो हैरान कर देने वाली स्थिति सामने आई। हर्निया का ऑपरेशन किए जाने के दौरान बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया के प्रोफेसर नरेंद्र देव भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड में पता चला कि पेट के निचले हिस्से में भ्रूण नलिका के पास हर्निया बन गया है। वहां बने मांस के टुकड़े अंदरूनी त्वचा को छू रहे हैं, जिससे पेट में असहनीय दर्द हो रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर ऑपरेशन की तैयारी की जा रही थी।
राजगीर से पता चला कि निजी अस्पताल में हर्निया का ऑपरेशन निशुल्क होता है। उन्होंने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज से भी डॉक्टर आएंगे, इसलिए हम हर्निया का ऑपरेशन कराने को तैयार हो गए, लेकिन वहां गए तो डॉक्टरों ने बारीकी से जांच की तो हैरान कर देने वाली स्थिति सामने आई। हर्निया का ऑपरेशन किए जाने के दौरान बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया के प्रोफेसर नरेंद्र देव भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड में पता चला कि पेट के निचले हिस्से में भ्रूण नलिका के पास हर्निया बन गया है। वहां बने मांस के टुकड़े अंदरूनी त्वचा को छू रहे हैं, जिससे पेट में असहनीय दर्द हो रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर ऑपरेशन की तैयारी की जा रही थी।
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में हर्निया साफ दिख रहा था, लेकिन उसमें यह नहीं लिखा था कि जांघ और कमर के पास स्थित वंक्षण नलिका से कुछ मांस निकल रहा है। इस बीच डॉक्टरों के एक समूह ने उनकी ओपन सर्जरी शुरू कर दी है। ऑपरेशन के दौरान पता चला कि पेट की झिल्ली से निकलकर नली तक पहुंची मांस की गांठ दरअसल अविकसित गर्भाशय है। इसके बगल में अंडाशय भी है। यह बीमारी लाखों पुरुषों में से किसी एक को होती है।
स्त्रीलिंग लक्षण नहीं दिखे
ये दोनों लक्षण होने के बाद भी पुरुष में कोई स्त्रियोचित लक्षण नहीं दिखे। डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन किया, जिसके बाद मरीज स्वस्थ है। डॉक्टर ने कहा कि अगर रेडियोलॉजिस्ट मांस की गांठ की अच्छी तरह जांच करता तो यह बात उसी समय पता चल जाती, लेकिन ऐसा लगता है कि किसी कारणवश वह ऐसा नहीं कर पाया। यह तो अच्छा हुआ कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों ने बीमारी को पहचान लिया और व्यक्ति का बेहतर तरीके से इलाज कर उसे स्वस्थ कर दिया।
ये दोनों लक्षण होने के बाद भी पुरुष में कोई स्त्रियोचित लक्षण नहीं दिखे। डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन किया, जिसके बाद मरीज स्वस्थ है। डॉक्टर ने कहा कि अगर रेडियोलॉजिस्ट मांस की गांठ की अच्छी तरह जांच करता तो यह बात उसी समय पता चल जाती, लेकिन ऐसा लगता है कि किसी कारणवश वह ऐसा नहीं कर पाया। यह तो अच्छा हुआ कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों ने बीमारी को पहचान लिया और व्यक्ति का बेहतर तरीके से इलाज कर उसे स्वस्थ कर दिया।