UP : चप्पल निकालने कुएं में उतरे 3 दोस्त, जहरीली गैस से घुटा दम; पल भर में चली गई तीनो की जान....
उत्तर प्रदेश के बांदा से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है। जहां कुएं में कूदे तीन युवकों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई। खबर फैलते ही चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई।
Sep 22, 2024, 20:09 IST
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उत्तर प्रदेश के बांदा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां कुएं से चप्पल निकालने के प्रयास में तीन लोगों की मौत हो गई है। कुएं में गिरी चप्पलों को निकालने के लिए गांव के तीन लोग एक-एक करके कुएं में उतरे और जहरीली गैस के कारण वहीं बेहोश हो गए। ग्रामीणों के अनुसार जहरीली गैस और दम घुटने से तीनों की कुएं के अंदर ही मौत हो गई। READ ALSO:-Muzaffarnagar: तंबाकू के लिए हत्या! महिला से तंबाकू मांगा, नहीं दिया तो पति पर भाले से किए वार, तीन लोगो ने पीट-पीटकर किया हमला
पुलिस प्रशासन और उपजिलाधिकारी बबेरू ने मिलकर तीनों लोगों को कुएं से बाहर निकलवाया। बचाव दल ऑक्सीजन सिलेंडर बांधकर कुएं में गया और तीनों के शव बाहर निकाले गए। तीनों के नाम अनिल पटेल, संदीप वर्मा और बाला वर्मा हैं।
यह घटना बिसंडा थाने के बारा गांव की है। दिन में अचानक एक जोड़ी चप्पल कुएं में गिर गई। वहां तीन दोस्त मौजूद थे, उन्होंने कहा कि कुएं से चप्पल निकालना जरूरी है। कुआं काफी समय से बंद था और काफी गहरा था। सबसे पहले एक व्यक्ति कुएं में उतरा और चप्पल निकालने का प्रयास किया लेकिन वह वहीं बेहोश हो गया।
इसके बाद दूसरा व्यक्ति कुएं में उतर गया और वह भी वहीं बेहोश हो गया। इसके बाद तीसरा दोस्त कुएं में उतरा और जब वह भी बाहर नहीं आया तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने जब देखा कि तीनों कुएं में बेहोश पड़े हैं तो उन्होंने पुलिस और प्रशासन को सूचना दी।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
सूचना मिलते ही एसडीएम बेबरू रावेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक बांदा अंकुर अग्रवाल फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद बचाव दल ऑक्सीजन सिलेंडर और मास्क की मदद से नीचे उतरा और तीनों को एक-एक करके बाहर निकाला, तीनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने तीनों के शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज भेज दिया। इधर, तीनों के परिजनों में चीख-पुकार मच गई।
सूचना मिलते ही एसडीएम बेबरू रावेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक बांदा अंकुर अग्रवाल फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद बचाव दल ऑक्सीजन सिलेंडर और मास्क की मदद से नीचे उतरा और तीनों को एक-एक करके बाहर निकाला, तीनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने तीनों के शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज भेज दिया। इधर, तीनों के परिजनों में चीख-पुकार मच गई।
इस हंगामे से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक बांदा ने कहा कि जिला प्रशासन और शासन की ओर से जो भी अधिकतम आर्थिक सहायता होगी, वह उनके परिजनों को मुहैया कराई जाएगी।