अब पुरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर लगानी होगी नेम प्लेट, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांवड़ मार्ग पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर उनके मालिकों और वहां काम करने वाले लोगों के नाम लिखने का फैसला किया है। पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर नेमप्लेट लगानी होगी। इतना ही नहीं हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले पर विपक्ष हमलावर है।
Updated: Jul 19, 2024, 13:01 IST
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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा को लेकर गुरुवार को बड़ा फैसला लिया। मुजफ्फरनगर के लिए जो आदेश जारी किया गया था, वह अब पूरे प्रदेश में लागू होगा। योगी सरकार के इस फैसले पर बवाल मच गया है। इस पर बीजेपी की सहयोगी पार्टी आरएलडी ने सवाल उठाए हैं। आरएलडी ने कांवड़ यात्रा पर लिए गए फैसले को बदलने की अपील की है। Read also:-नया फास्टैग रूल : अगर की ये गलती तो देना पड़ेगा दोगुना टोल टैक्स, अब फास्टैग को लेकर आया नया नियम
पार्टी नेता और प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि यह फैसला गलत है और इसकी समीक्षा होनी चाहिए। हमारी पार्टी के नेता जयंत चौधरी की भी यही राय है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली सभी दुकानों पर नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है। इसके तहत कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेम प्लेट' लगानी होगी। दुकानों पर मालिक का नाम और पता लिखना अनिवार्य होगा।
#WATCH | Muzaffarnagar: On 'nameplates' on food shops on Kanwar route in Uttar Pradesh, state's minister Kapil Dev Aggarwal says, "This is not a matter about every food cart. Those who carry 'jal' from Haridwar and travel for 250-300 km, cross this route to reach their… pic.twitter.com/FpsQKS3Xaf
— ANI (@ANI) July 19, 2024
हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। सरकार का कहना है कि कांवड़ यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। सहयोगी आरएलडी के साथ ही विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। कांग्रेस ने कहा है कि खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेमप्लेट' लगाने का आदेश अव्यवहारिक है।
क्या कहा मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने?
उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा, "यह विक्रेताओं का मामला नहीं है। कांवड़ मार्ग पर हरिद्वार और गोमुख से जल लेकर 250-300 किलोमीटर का सफर तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचने वाले लोग...हमने जिला प्रशासन से अनुरोध किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर ढाबे/होटल चलाने वाले अधिकांश लोग मुस्लिम समुदाय से हैं। कांवड़िए उनकी दुकानों पर जाते हैं, खाते हैं और वे नॉनवेज बेचते हैं...यानी हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर अपनी दुकानों का नाम रखने वालों और वहां नॉनवेज बेचने वालों पर रोक लगाई जाए और उनके नाम बताए जाएं। हमें नॉनवेज बेचने वाले किसी भी व्यक्ति से कोई आपत्ति नहीं है...हमने केवल अनुरोध किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकानें न खोली जाएं और नॉनवेज न बेचा जाए। प्रशासन ने इस संबंध में कार्रवाई की है।"
उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा, "यह विक्रेताओं का मामला नहीं है। कांवड़ मार्ग पर हरिद्वार और गोमुख से जल लेकर 250-300 किलोमीटर का सफर तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचने वाले लोग...हमने जिला प्रशासन से अनुरोध किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर ढाबे/होटल चलाने वाले अधिकांश लोग मुस्लिम समुदाय से हैं। कांवड़िए उनकी दुकानों पर जाते हैं, खाते हैं और वे नॉनवेज बेचते हैं...यानी हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर अपनी दुकानों का नाम रखने वालों और वहां नॉनवेज बेचने वालों पर रोक लगाई जाए और उनके नाम बताए जाएं। हमें नॉनवेज बेचने वाले किसी भी व्यक्ति से कोई आपत्ति नहीं है...हमने केवल अनुरोध किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकानें न खोली जाएं और नॉनवेज न बेचा जाए। प्रशासन ने इस संबंध में कार्रवाई की है।"
यह समाज में भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश है- कांग्रेस
यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेम प्लेट' लगाने का आदेश पूरी तरह से अव्यवहारिक है। वे समाज में भाईचारे की भावना को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसे तत्काल रद्द किया जाना चाहिए। वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने भी योगी सरकार के फैसले का विरोध किया है। मायावती ने कहा है कि दुकानों में नेम प्लेट लगाने का फैसला असंवैधानिक है। वहीं, जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि धर्म और जाति के आधार पर किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए।
यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेम प्लेट' लगाने का आदेश पूरी तरह से अव्यवहारिक है। वे समाज में भाईचारे की भावना को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसे तत्काल रद्द किया जाना चाहिए। वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने भी योगी सरकार के फैसले का विरोध किया है। मायावती ने कहा है कि दुकानों में नेम प्लेट लगाने का फैसला असंवैधानिक है। वहीं, जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि धर्म और जाति के आधार पर किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए।
कांवड़िये अपनी दुकानों पर जाते हैं, खाते हैं और नॉनवेज बेचते हैं यानी अगर दुकान का नाम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर है और वहां नॉनवेज बिकता है तो उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और उनके नाम की पहचान होनी चाहिए। हमें किसी के नॉनवेज बेचने पर कोई आपत्ति नहीं है। हमने सिर्फ इतना अनुरोध किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकानें न खोली जाएं और नॉनवेज न बेचा जाए, इस संबंध में प्रशासन ने कार्रवाई की है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने पहले इसे गलत आदेश बताया, अब यह कहा
इससे पहले जब मुजफ्फरनगर के लिए यह आदेश लागू किया गया था तो भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इसे जल्दबाजी में किया गया गलत आदेश बताया था। नकवी ने कहा था कि कांवड़ यात्रियों की पवित्रता के लिए यह फैसला लिया गया है। आस्था का सम्मान होना चाहिए। वहीं, अब नकवी ने कहा है कि सीमित प्रशासनिक गाइडलाइन के कारण ऐसा भ्रम पैदा हुआ था। मुझे खुशी है कि जो भी सांप्रदायिक भ्रम पैदा हुआ था, उसे राज्य सरकार ने दूर कर दिया है।
इससे पहले जब मुजफ्फरनगर के लिए यह आदेश लागू किया गया था तो भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इसे जल्दबाजी में किया गया गलत आदेश बताया था। नकवी ने कहा था कि कांवड़ यात्रियों की पवित्रता के लिए यह फैसला लिया गया है। आस्था का सम्मान होना चाहिए। वहीं, अब नकवी ने कहा है कि सीमित प्रशासनिक गाइडलाइन के कारण ऐसा भ्रम पैदा हुआ था। मुझे खुशी है कि जो भी सांप्रदायिक भ्रम पैदा हुआ था, उसे राज्य सरकार ने दूर कर दिया है।