मेरठ : नकली नोट असली बता कर ठगते थे, एसटीएफ ने बरेली से 27 लाख के नकली नोट के साथ 3 लोगो को किया गिरफ्तार

 बाजार में नकली नोट को असली बताकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। एसटीएफ (STF) ने गुरुवार को बरेली में छापेमारी कर करीब 27 लाख रुपये के नकली नोट के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। 
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बाजार में नकली नोट को असली बताकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। एसटीएफ ने गुरुवार को बरेली में छापेमारी कर करीब 27 लाख रुपये के नकली नोट के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ (STF) की टीम ने इन्हें बरेली के भोजीपुरा खजुरिया थाना क्षेत्र से पकड़ा। पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया कि बरेली मंडल के पीलीभीत से सटे नेपाल सीमा के पास और बांग्लादेश सीमा के पास के अन्य क्षेत्रों में नकली करेंसी तैयार करते हैं और इसकी तस्करी करते हैं। Read Also:-मेरठ: दो घंटे चला यातायात पुलिस का अभियान, वाहनों से हटाई काली फिल्म, वाहन पर लिखे जाट-गुर्जर-पंडित जैसे जातिसूचक शब्दों को हटवाया

 

एसटीएफ (STF) को सूचना मिली थी कि गांव बहारपुरा खजुरिया से कुछ लोग नकली भारतीय नोट की तस्करी करते हैं। ये लोग एक लाख को तीन लाख रुपए में बदलने का काम करते हैं। इस सूचना पर एक टीम बरेली के गांव बहारपुर खजुरिया पहुंची। तो देखा कि रास्ते में ईंट भट्ठे से थोड़ा पहले एक मोटर साइकिल आ रही है। जिसे देखकर मुखबिर ने इशारा किया, ये वही लोग हैं। जिस पर नकली नोट हैं। वहां एसटीएफ (STF) ने उन्हें पकड़ लिया। इनके पास से नकली करेंसी बरामद हुई है।

 


पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वे इन नकली नोटों को पीलीभीत पहुंचाने जा रहे थे। हम और हमारे साथी एक लाख रुपये को तीन लाख रुपये में बदलवा कर आम लोगों को ठगते हैं। हमारे मुखिया अफसर, अफसर और सुरेश हैं और हम मिलकर नकली नोटों का काम करते हैं। अफसर, सुरेश, गुरनाम, प्रकाश और सचिन अब घर पर हैं। जो नकली नोटों के बंडल तैयार कर रहे हैं।

 

टीम ने मौके से गुरनाम सिंह पुत्र कश्मीर सिंह निवासी पीलीभीत, सद्दाम हुसैन पुत्र अफसर अली निवासी खजुरिया बरेली, हरवंश सोनू पुत्र दीवान सिंह भगवान पुर हजारा निवासी पीलीभीत को गिरफ्तार किया। वहीं दो मास्टर माइंड अभी भी फरार हैं.

 

इन तीनों के पास से एसटीएफ ने 26 लाख 90 हजार 100 रुपये बरामद किए हैं। इनमें 200 के 8 नोट हैं। जबकि 500 के 5,377 नोट बरामद किए गए हैं। जांच में यह करेंसी नकली पाई गई है। तीनों ने पूछताछ में बताया कि यह गिरोह नकली नोटों की अलग-अलग जगहों पर सप्लाई कर रहा था. तीनों के पास से बरामद मोबाइल फोन की जांच एसटीएफ कर रही है। जिसमें कुछ संदिग्ध नंबर मिले हैं। जिससे यह गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचेगा।

 

एसटीएफ को पिछले कुछ समय से भारत-नेपाल और बांग्लादेश के नजदीक के इलाकों से नकली भारतीय मुद्रा तैयार कर सप्लाई करने वाले एक गिरोह की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी और वेस्ट यूपी के कई जिलों में इसकी आपूर्ति की जा रही थी. इन्हीं सूचनाओं के आधार पर एसटीएफ इस गिरोह तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी।

 

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते मेरठ में देहलीगेट पुलिस ने एक आरोपी को 2000 रुपये के नकली नोट के साथ पकड़ा था। जिनके पास से 2 हजार के 20 नकली नोट मिले। आरोपी ने इन नकली नोटों से न केवल बाजार में खरीदारी की, बल्कि पठान फिल्म भी देखी।

 

एएसपी एसटीएफ (STF) मेरठ बृजेश सिंह ने बताया कि ये तीनों बदमाश नकली भारतीय नोट को असली बताकर ठगी करते थे। यह पूरा गिरोह है जो लोगों को ठगता है। पूछताछ के दौरान कुछ और नाम भी सामने आए हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है। टीम को काफी समय से उसकी तलाश थी।
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