मेरठ: हाईटेंशन लाइन से टकराई डाक कांवड़, हुआ बड़ा दर्दनाक हादसा, चाचा और भतीजे समेत छह शिवभक्तों की मौत, 16 हुए घायल

मेरठ के राली चौहान में हुए कांवड़ हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। हाईटेंशन लाइन से टकराकर छह कांवरियों की दर्दनाक मौत हो गई। गांव पहुंचने से पहले सभी कांवरिये उत्साह से भरे हुए थे लेकिन किसे पता था कि गांव की दहलीज पर मौत उनका इंतजार कर रही है। गांव से चंद कदम पहले हुए इस हादसे में छह शिवभक्तों की जान चली गई, जबकि अन्य गंभीर रूप से झुलस गए।
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मेरठ में शनिवार रात कांवरियों का 22 फीट का डीजे 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। हादसे में 6 कांवरियों की मौत हो गई। 16 कांवरिए घायल हैं, जिनमें से 3 की हालत गंभीर है। हादसा मेरठ के भावनपुर इलाके में हुआ। 
कांवड़ियों का आरोप है कि बिजली विभाग को बड़ी कांवड़ के बारे में बता दिया गया थो।  विभाग ने बिजली भी बंद कर दी थी, लेकिन अचानक सप्लाई दे दी गई। हादसा डीजे के बिजली के तारों से टकराने से हुआ।READ ALSO:-मेरठ : उत्तराखंड हादसे में पहाड़ से बाइक पर पत्थर गिरने युवक की मौत, चाचा के साथ चारधाम यात्रा पर गया था, मृतक का चाचा गंभीर रूप से हुआ घायल,

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चंद सेकेंड में हुआ हादसा...खुशियां मातम में बदलीं
चार जुलाई को राली चौहान गांव के 32 युवक हरिद्वार से कांवड़ लेकर जल लाने गए थे। यह गाँव की दूसरी काँवड़ थी। कांवर में 22 फीट का डीजे और इलेक्ट्रॉनिक झांकी थी। शनिवार को शिवरात्रि के अवसर पर मेरठ के औघड़नाथ मंदिर में त्रयोदशी का जल चढ़ाकर कांवड़िये अपने गांव लौट रहे थे। यहां चतुर्दशी का जल गांव के शिव मंदिर में चढ़ाना था। 

 लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। रात करीब 2 बजे अधिकारी उन्हें समझाने के लिए पहुंचे थे।

डीजे बज रहा था, नाचते-गाते ये लोग रात में गांव के बाहर शिव मंदिर के पास पहुंचे। कावड़ देखने के लिए कई ग्रामीण वहां एकत्र हुए थे। कांवर में ट्रॉली पर बड़ा डीजे लगा हुआ था। साथ ही शिव-पार्वती की इलेक्ट्रॉनिक झांकी भी थी। 

 

गांव की सीमा पर पहुंचते ही कुछ कांवड़िये ट्रॉली से उतरकर गांव के शिव मंदिर में जल चढ़ाने चले गये। जबकि कई लोग ट्रॉली में ही खड़े रहे। अपने बीच में कांवड़ को देखकर कई लोगों ने उसका हाथ पकड़ लिया और धक्का देकर उसके साथ चलने लगे। 

 अस्पताल में सुरेश अपने बेटों की मौत के बाद बड़बड़ाने लगे। लोग उन्हें संभाल रहे थे।

अचानक बिजली आ गई 
इस गांव के ऊपर से 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी। ग्रामीणों ने जेई से कांवड़ गांव में लाने के लिए बिजली बंद करने को कहा था। जेई ने शटडाउन भी किया, लेकिन कांवड़ निकलने से पहले ही बिजली आ गई।

 

डीजे हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। तभी डीजे में करंट उतर आया। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को बुलाया। उनके पहुंचने से पहले ही घायलों को बाइक पर लेकर अस्पताल की ओर दौड़ पड़े।
लोगों ने कहा- सारी गलती जेई की है
अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंची कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे।

लोगों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी पुलिस देर से पहुंची। 5 लोगों की मौत हो चुकी है। एक  की बाद में मृत्यु हो गई। 16 लोग घायल हो गये। इन्हें मेरठ के 6 अस्पतालों में अलग-अलग भर्ती कराया गया। लोगों ने कहा-जेई की गलती से हुआ हादसा

 

गुस्साये लोगों ने जाम लगा दिया
गांव के लोगों ने नाराजगी जताते हुए जाम लगा दिया। देर रात पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अस्पताल और गांव पहुंचे। हालांकि जाम के कारण पुलिस को रूट डायवर्ट करना पड़ा। गांव और अस्पताल में प्रवेश बंद करना पड़ा। ग्रामीण देर रात भी धरने पर बैठे हुए हैं। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है। वहीं गांव की बिजली काट दी गई है। 
इस घटना में गांव में रहने वाला सुरेश का परिवार बिखर गया। सुरेश गांव में परचून की दुकान चलाता है। हादसे में सुरेश के 2 बेटों की मौत हो गई है। तीसरा बेटा बुरी तरह घायल है। उनकी हालत गंभीर है,  डॉक्टर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं। 


 

सुरेश कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। सुरेश के बेटे हिमांशु उम्र 14 साल और प्रशांत उम्र 16 साल की मौत हो गई। जबकि तीसरा बेटा 18 साल का विशाल गंभीर रूप से घायल है। प्रशांत कांवड़ लेने गया था, जबकि हिमांशु और विशाल अपने भाई की कांवड़ देखने के लिए उसे लेने आए थे। तभी हादसा हो गया। 

 

चार बार लाइन ट्रिप हुई
कांवड़ियों ने बताया कि हमें लोगों को कांवड़ गांव लाना था। हमने जे.ई. को फोन किया, शटडाउन मांगा.. उसकी रिकॉर्डिंग भी है। जेई ने किया शटडाउन। इसके बाद बिजली चालू की गयी। डीजे आने तक लाइन चार बार ट्रिप हुई। डीजे का एंगल लाइन से टकराया और करंट उतर गया।

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मौके पर करीब 250 लोग मौजूद थे। पूरा गाँव हमारी काँवड़ देखने आया था। यह हमारी दूसरी कांवड़ थी। चार जुलाई को वह पानी लाने के लिए गांव से निकला था। आज लौट रहे थे। गांव के मंदिर में जलाभिषेक भी करना था, लेकिन उससे पहले ही हादसा हो गया।

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अचानक तेज़ रोशनी और आवाज़ हुई
उस वक्त सुनील कुमार भी कांवर में मौजूद थे। सुनील ने बताया कि हादसे के बाद गांव में अंधेरा छा गया। चीख-पुकार मच गई, भगदड़ मच गई। हाईटेंशन लाइन को लेकर पहले भी शिकायतें आ चुकी हैं।
हादसे में जिनकी मृत्यु हुई 
  • लख्मी
  • महेंद्र
  • हिमांशु
  • प्रशांत (हिमांशु और प्रशांत दोनों भाई हैं)लक्ष्य
  • मनीष
  • लक्ष्य

 

जो घायल हुए 
  • अनुज
  • विनीत पुत्र सुशील
  • सहेंसर सैनी पुत्र खेमचंद सैनी
  • महेंद्र पुत्र कमलू सैनी
  • मोहित पुत्र जयवीर सैनी
  • प्रिंस पुत्र सुखपाल सैनी
  • हिमांशु पुत्र सुरेश चंद सैनी
  • सूरज पुत्र सुभाष सैनी
  • सचिन पुत्र जयपाल सैनीविशाल पुत्र सुरेश चंद सैनी
  • अजय पुत्र सुरेश चंद सैनी
  • अभिषेक पुत्र विनोद सैनी
  • मनीष पुत्र सुशील सैनी
  • योगेश पुत्र शम्मी सैनी
  • रोहताश पुत्र कहार सैनी
  • प्रदीप पुत्र बिजेंद्र सैनी
     

 

खालसा हेल्प फाउंडेशन के हरप्रीत सिंह मौके पर पहुंचे। हरप्रीत ने बताया कि ग्रामीणों ने जेई से कहा था कि कांवड़ आ रही है इसलिए इस 11 हजार केवी की लाइन को बंद कर दिया जाए, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, इसी कारण यह हादसा हुआ। 
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