मेरठ: बेहद शर्मनाक-कचरे के ढेर में बैग मिली नवजात बच्ची, डंपिंग ग्राउंड के पास पड़ा था बैग, पुलिस ने अस्पताल में कराया भर्ती,
मेरठ शहर एक बार फिर शर्मसार हो गया है। खरखौदा के बिजली बम्बा चौकी क्षेत्र के लोहिया नगर स्थित डंपिंग ग्राउंड में कचरे के ढेर पर बैग में बंद नवजात बच्ची मिली।
Fri, 3 Mar 2023
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मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के डंपिंग ग्राउंड के पास लावारिस बैग में एक नवजात बच्ची रोती हुई मिली है। बताया जा रहा है कि बच्ची का जन्म संभवत: एक दिन पहले हुआ है। किसी ने उसे कूड़ेदान में छोड़ दिया। लोगों ने बच्ची के मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। वहीं बच्चा किसका है, किसने छोड़ा इसकी जांच की जा रही है।Read Also:-अब एक्सप्रेसवे और हाईवे पर तेज होगी वाहनों की रफ्तार, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया बड़ा ऐलान
खरखौदा थाना क्षेत्र में डंपिंग ग्राउंड है। इसी डंपिंग ग्राउंड के पास नवजात बच्ची को बैग में बंद पाया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि डंपिंग ग्राउंड के पास से 11 वर्षीय मौसमी बेटी अनीस गुजर रही थी तभी अचानक मौसमी को मुगल महल के सामने एक आवाज सुनाई दी। उसने आवाज सुन का वो रूक गई। कुछ देर तक उसने इधर-उधर देखा पर कुछ नहीं दिखाई दिया। मौसमी फिर से वहीं खेल कर आगे बढ़ने लगी तभी फिर से आवाज आई। इसके बाद मौसमी डंपिंग ग्राउंड के पास पहुंच गई। देखा एक बैग से रोने की आवाज आ रही थी। कौतूहलवश उसने थैला खोलकर देखा। उसके अंदर एक बच्ची रो रही थी।
बैग में रोती हुई बच्ची को देख मौसमी ने शोर मचाया और खुद भी रोने लगी। उसके रोने की आवाज सुनकर यात्री वहां जुटने लगे। तभी मौसमी के पापा अनीस को फोन लगाया गया कि आपकी बेटी रो रही है। बाद में अनीस मौके पर पहुंचा और बच्ची से रोने का कारण पूछा तो उसने बैग की ओर इशारा किया। लोगों ने देखा कि बैग में एक रोटी हुई नवजात बच्ची है। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने बच्ची को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची ठीक है, सुरक्षित है। थाना पुलिस बच्ची के परिजनों की तलाश कर रही है। वहीं कई लोग बच्ची को गोद लेने के लिए भी आगे आ रहे हैं। थाना प्रभारी का कहना है कि बालिका बिल्कुल नवजात है, बालिका स्वस्थ्य है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवती के बाकी परिजनों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पूछताछ भी चल रही है।
अस्पताल में नर्स और ग्रामीण महिलाएं नवजात की देखभाल कर रही हैं। साथ ही बच्ची को दूध पिलाने का प्रयास किया गया, लेकिन बच्ची इतनी छोटी है कि बोतल से दूध नहीं पी पाती, उसे रुई पिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
