मेरठः BJP कार्यकर्ताओं ने भी दी 2 तहरीर, थाने में हंगामा AIMIM की तहरीर पर BJP पार्षद हुए थे गिरफ्तार, 15 मिनट बाद हुए रिहा

 मेरठ में मेयर और पार्षद का शपथ ग्रहण समारोह जंग का मैदान बन गया। वंदे मातरम के दौरान AIMIM पार्षदों के बैठकर मोबाइल इस्तेमाल करने पर BJP पार्षद भड़क गए।
 | 
MRRT
मेरठ में महापौर और पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह रणक्षेत्र बन गया। वंदे मातरम के दौरान AIMIM पार्षदों के बैठकर मोबाइल इस्तेमाल करने पर BJP पार्षद भड़क गए। BJP नगरसेवक राजीव काले, उत्तम सैनी और अन्य ने ओवैसी की पार्टी AIMIM के पार्षदों के साथ मारपीट की। उनके कपड़े फाड़ दिए और गाली-गलौज की। पूरे प्रकरण में BJP और AIMIM के पार्षद एक-दूसरे के खिलाफ आमने-सामने आ गए हैं। AIMIM के पार्षदों ने शुक्रवार शाम को ही मेडिकल थाने में भाजपा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने बेहद हल्की धाराओं में मुकदमा चलाया। BJP  पार्षदों को गिरफ्तारी दिखाने के 15 मिनट बाद CRPC की धारा 41 के तहत नोटिस देकर छोड़ दिया गया। शाम से देर रात तकBJP नेता मेडिकल थाने में मुकदमा लिखवाने के लिए बैठ रहे। 5 घंटे तक BJP के लोग थाने में डेरा डाले रहे। राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी सहित कैंट विधायक अमित अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, कमल दत्त शर्मा सहित अन्य नेता थाने में बैठे रहे। देर रात BJP की ओर से 2 तहरीर दी गई। भाजपाइयों ने कहा कि अगर मामला दर्ज नहीं किया गया तो वे थाने में ही डेरा डाले रहेंगे।READ ALSO:-मेरठ : मेयर के शपथ ग्रहण में हंगामा, CCSU में वंदे मातरम नहीं गाने पर हुई थी मारपीट, मेडिकल थाने में हंगामा, BJP नेता गिरफ्तार

 

 BJP की तरफ दी गई तहरी
राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी द्वारा दी गई तहरीर में अज्ञात लोगों के खिलाफ राष्ट्रगीत वंदे मातरम का अपमान करने के मामले में देशद्रोह की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने की तहरीर दी गई है। दूसरी तहरीर पार्षद राजीव गुप्ता ने दी है। इसमें कहा गया है कि समारोह के दौरान, मोहम्मद दिलशाद, ताहिर अली, शब्बीर, रेशमा और 10-15 अन्य सहित कई पार्षदों और अन्य लोगों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभागार में वंदे मातरम के गायन का विरोध किया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को गाली देना शुरू कर दिया। इसका विरोध करने पर पार्षद उत्तम सैनी, पवन कुमार, कुलदीप वाल्मीकि, कविता राही सहित अन्य ने जान से मारने की नीयत से मारपीट कीऔर  अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पार्षद राजीव गुप्ता की ओर से दो तहरीर दी गई है। इनमें AIMIM पार्षदों पर देशद्रोह, विद्रोह, जान से मारने की धमकी और मारपीट के आरोप लगाए गए हैं। 

 

राष्ट्रगीत का अपमान करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए
BJP पार्षद उत्तम सैनी, राजीव काले के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी, विधायक अमित अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, कमल दत्त शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता थाने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जब BJP पार्षदों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है तो राष्ट्रगान का अपमान करने वाले आरोपियों पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए. नेताओं ने कहा कि एकतरफा कार्रवाई से काम नहीं चलेगा। इसके बाद सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया ने उनसे तहरीर ली।

 monika

मेरठ नगर निगम में पहले भी इसी तरह का हंगामा हुआ था
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब मेरठ में दो पार्टियों के पार्षद आपस में भिड़े हों. बसपा की पूर्व महापौर सुनीता वर्मा की पहली बोर्ड बैठक में वंदे मातरम को लेकर जमकर लात-घूसे चले और एक पार्षद कपड़े उतार कर जमीन पर लेट गया। BSP की मेयर सुनीता वर्मा के समय निकाय चुनाव के बाद यहां पहली बार बोर्ड की बैठक हुई थी। आरोप है कि वंदे मातरम गाने की बजाय वंदे मातरम का फिल्मी गाना बजाया गया, जिसके बाद नगर निगम में हंगामा हो गया। पुलिस ने मामले को शांत कराया। सुनीता वर्मा ने मेयर बनते ही आदेश दिया था कि नगर निगम की बोर्ड बैठक में वंदे मातरम् गीत नहीं होगा। उनके इस आदेश का BJP पार्षदों ने जमकर विरोध किया था। टाउन हॉल में वंदे मातरम नहीं गाया गया। इसके बजाय एक फिल्म में गाया जाने वाला वंदे मातरम बजाया गया, जिसके बाद BJP पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया।

 price

BJP पार्षदों के हंगामे के बाद BSP पार्षद और मुस्लिम पार्षद भी सामने आ गए। BJP पार्षदों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए, जबकि BSP पार्षदों  ने भी धार्मिक नारे लगाए। दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। माहौल बिगड़ता देख मेयर वहां से चले गए। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आपस में लड़ रहे पार्षदों को बाहर निकाला। सदन में हंगामे के बीच मेयर सुनीता वर्मा उठकर चली गईं। जिसके बाद नगर निगम कर्मचारी ने पार्षदों से भी गाली-गलौज की। 2012 में जब हरिकांत अहलूवालिया मेयर थे, तब सदन में पार्षदों द्वारा वंदे मातरम ना बोलने पर हंगामा हुआ था। सुनीता वर्मा के समय अल्लाहु अकबर के नारे लगे थे। मधु गुर्जर जब मेयर थीं तब वंदे मातरम पर विवाद हुआ था।
sonu

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।